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संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती के रिलीज़ को लेकर पूरे देश में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इसी बीच उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के जायस में ग्रामीणों ने फिल्म निर्माता से कमाई में हिस्सा मांगा है.
बता दें पद्मावत फिल्म 25 जनवरी को रिलीज होगी. एक तरफ पद्मावत का विरोध देश के कई हिस्सों में हो रहा है तो, वहीं यूपी के अमेठी के जायस के लोगों ने फिल्म का स्वागत किया है. साथ ही फिल्म की कमाई का कुछ हिस्सा जायस को देने की मांग की है. ताकि मलिक मोहम्मद जायसी की जन्मस्थली और शोध संस्थान का जीर्णोद्धार हो सके.
दरअसल महान सूफी संत और कवि मलिक मोहम्मद जायसी ने ही पद्मावत की रचना की थी. इसी किताब के कुछ अंश को लेकर फ़िल्म निर्माता संजय लीला भंसाली ने पद्मावत बनाई, जो शुरू से ही विवादों में है. जायस में ही मलिक मोहम्मद जायसी का जन्मस्थान है. जिस जगह मलिक मुहमद का जन्म हुआ था वो पूरी तरह जर्जर हो चुका है. जायस कस्बे में ही जायसी के नाम पर एक शोध संस्थान बनाया गया है, जो कि देख रेख की अभाव में जर्जर होने की कगार पर है.
जायस के लोगो का मानना है कि पद्मावत फ़िल्म पद्मावत किताब के आधार पर बनाई गई है जो 200 करोड़ के आसपास है. जब ये फील थियेटर में लगेगी तो अच्छी कमाई करेगी. इसलिए फ़िल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली को चाहिए कि फ़िल्म की कमाई का कुछ हिस्सा जायस को भी दें. जिससे कि उनके जन्मस्थान और शोध संस्थान का कायाकल्प हो सके.
गौरतलब है कि पद्मावत फिल्म को लेकर कश्तारिया समाज देश भर में इसका पुरजोर विरोध कर रहा है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म को रिलीज़ करने का आदेश सुनाया है. इस बीच फिल्म ‘पद्मावत’ पर देश भर में बैन लगाने की मांग को लेकर 16,000 महिलाओं ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर उनसे जौहर (इच्छामृत्यू) की इजाजत मांगी है. राजस्थान की ये महिलाएं सभी समाज से ताल्लुक रखती हैं.
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