Visitors have accessed this post 504 times.

हिंदी प्रोत्साहन समिति के सहयोग से कचौरा के निकटवर्ती गांव अढ़ापुरा में हनुमान मंदिर परिसर में एक कवि सम्मेलन का आयोजन समाजसेवी व भाजपा नेता नीरज गोस्वामी द्वारा किया गया ।
कवयित्री स्नेहा शर्मा मैंडू द्वारा माँ सरस्वती एवं हनुमान जी की वंदना के बाद संचालक देवेन्द्र दीक्षित शूल ने हाथरस से पधारे कवि डॉ नितिन मिश्रा को माइक पर बुलाया।
डॉ मिश्रा ने मधुर गीत से समां बांधा।
एटा की कवयित्री कु अलका अद्भुत ने देशभक्ति की रचना से श्रोताओं को रोमांचित किया। सिकंदराराऊ के कवि प्रमोद विषधर के व्यंग्यों को खूब सराहा गया- सूर्य जब पृथ्वी को ग्रसता है तो सूर्य ग्रहण कहते हैं
और जब नारी पुरुष को ग्रषती है तो उसे पाणिग्रहण कहते हैं।
वहीं कवि देवेश सिसोदिया के गीत एवं सजलों का जमकर आनंद श्रोताओं ने लिया हास्य सम्राट पदम सिंह अलबेला (कोटा ) की कविताओं पर श्रोता लोटपोट होते रहे । श्रोताओं की मांग पर प्रसिद्ध रचना कौंन सी दफा में लेके आया रे सिपहिया सुनाई।
वहीं टूंडला से पधारे कवि सुबोध सुलभ ने भारत के शौर्य से पाकिस्तान को चेताया ।
पुरदिलनगर के कवि डा दत्तात्रेय द्विवेदी की मधुर गीत लहरी से श्रोता झूम उठे ।
प्रसिद्ध व्यंग्यकार देवेन्द्र दीक्षित शूल के हास्य व्यंग्यों ने श्रोताओं को झकझोरा और उन्हें बार-बार सुना गया। कवि शूल ने देर तक सोने वाले युवाओं पर पढ़ा- “काम करें माता-पिता सोवें श्रवण कुमार। चिंतित है मां भारती कैसे हो उद्धार।’
जलेसर से पधारे अरुण गिरी ने भी काव्य पाठ किया।
अंत में आयोजक नीरज गोस्वामी ने सभी अतिथियों एवं कवियों के प्रति आभार व्यक्त किया और कवियों का सम्मान किया ।
इस अवसर पर अनिल गिरी विरामपुर, कमलेश गिरि भोगपुर, शैलेंद्र सिंह सोनू, गिरजा शंकर शर्मा, राजीव गिरि सोंगरा, मुन्ना लाल चौहान, शकुंतला शर्मा , प्रिया गोस्वामी, पिंकी गोस्वामी, श्वेता गोस्वामी, कमलेश गोस्वामी , प्रेमपाल सिंह, ओमवीर सिंह, अरुण गिरि प्रधानाचार्य आदि उपस्थित रहे ।