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सिकंदराराऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा की गई उपेक्षा से आहत होकर पूर्व विधायक अमर सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी को छोड़कर बसपा प्रत्याशी को चुनाव लड़ने का फैसला किया है। लोकसभा चुनाव के दौरान यह समाजवादी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है।

पूर्व विधायक अमर सिंह यादव ने हाथरस रोड स्थित एक मकान पर पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि गत 29 अप्रैल को सिकंदराराऊ के नगर पालिका क्रीड़ा स्थल में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा एक जनसभा को संबोधित किया गया था। इस जनसभा में उनकी जानबूझकर उपेक्षा की गई। लोकसभा प्रभारी द्वारा उन्हें मंच से नीचे कुर्सी पर बैठने के लिए कहा गया। बाद में प्रत्याशी द्वारा मंच पर बुलाया गया तो पीछे अपेक्षित तरीके से सीट दे दी गई जहां से राष्ट्रीय अध्यक्ष की नजर उनके ऊपर न पड़ सके। इतना ही नहीं जब राष्ट्रीय अध्यक्ष आए तो उन्होंने मेरी नमस्ते तक स्वीकार नहीं की और जाते समय भी उन्होंने अन्य जनप्रतिनिधियों का अभिवादन किया लेकिन मेरी अपेक्षा करते हुए आगे बढ़ गए।
उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि समाजवादी पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है। मैंने चार दिन तक सपा प्रत्याशी के कहने पर उनका इंतजार किया, लेकिन उसके बावजूद कोई मेरे पास नहीं आया तो मैंने समाजवादी पार्टी को हमेशा के लिए छोड़ने का निर्णय लिया है । अब कभी समाजवादी पार्टी में वापसी नहीं करूंगा और लोकसभा चुनाव बसपा प्रत्याशी को पूरे दमखम के साथ लड़ाऊंगा और बसपा के लिए ही वोट मांगूंगा । आगे क्या करना है, किस पार्टी में रहना है, इसका फैसला विधानसभा चुनाव से 6 महीने पूर्व किया जाएगा।
इस अवसर पर बसपा नेता मनोज पंडित एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। बसपा नेता मनोज पंडित द्वारा बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की तस्वीर भेंट करके एवं नीला पटका पहनाकर पूर्व विधायक अमर सिंह यादव का स्वागत किया गया।

इनपुट : विनय चतुर्वेदी