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भृष्टाचार निवारण के लिए सरकार द्वारा कड़े नियम कानून बनाये जाने के बाद भी सरकारी विभागों में भृष्टाचार चरम पर है , आज एक बार फिर मेरठ आवास विकास का बाबू रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा गया , आरोप है कि एक दुकान के कुटेशन में दुकान स्वामी का नाम बदलने  की एवज में बाबू 15000 रूपये की मांग कर रहा था , पीड़ित ने एंटी करप्शन से इस संबंध में शिकायत की और पूरे प्रकरण से अवगत कराया  , इसी क्रम में आज एंटी  करप्शन टीम ने योजनाबद्ध तरीके से बाबू को उसी के आवास विकास के दफ्तर में रंगे हाथो पकड़ लिया , फिलहाल उसको थाने लाया गया है और पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही है ।

दरअसल, नौशाद नाम के शख्स ने एंटी करप्शन में शिकायत की कि उसकी एक दुकान है जोकि गुलफाम नाम के शख्स के नाम पर लेकिन अब चूँकि वो दुकान उसने खरीद ली है तो वो अपने नाम पर दुकान कराना चाहता था इसी एवज में आवास विकास के कनिष्ठ लेखाधिकारी रामपाल ने उससे 15000 रूपये की रिश्वत की मांग की , जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार किया और थाने ले आई । फिलहाल उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और अग्रिम कार्रवाई की जा रही है ।