Visitors have accessed this post 128 times.

सिकंदराराऊ : दि ग्लोबल इण्डिया शिक्षा समिति के द्वारा संचालित कम्प्यूटर इंस्टीटयूट पर नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन कवि पंकज पंडा ने किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ कवि प्रमोद विषधर की सरस्वती वंदना से किया गया। इसके बाद। कार्यक्रम में उपस्थित सभी कवियों के नेता जी सुभाष चन्द्र बोस को याद करते हुए कविताएँ सुनायी।
कवि प्रमोद विषधर ने पढ़ा-
आजादीवके वास्ते मुझको दो तुम खून।
दुश्मन भारत मात के उनको दूंगा भून।।
हास्य कवि पंकज पण्डा ने पढ़ा-
आजादी अनमोल मिली है बड़े जतन से।
पंकज उन्हें प्रणाम उन्हें है प्यार वतन से।।
कवि महेश संघर्षी ने पढ़ा-
जिंदगी में सदा मुस्कराते रहो।
दीप आशाओं के नित जलाते रहो।।
कवि रंजीत पौरुष ने पढ़ा-
हिंदुस्तान में रहने वाला असली हिंदुस्तानी हो।
जीना तो उसका जीना है जिसकी अमर कहानी हो।।
कवि अवनीश यादव ने पढ़ा-
स्वतन्त्रता का जिसके दिल में वास हो गया।
माँ भारती का लाडला कुछ ख़ास हो गया।
हम सब के दिलों में है जो आज भी अमर,
मेरे फौजियों की फ़ौज वो सुभाष हो गया।।
धीरू वर्मा ने सुनाया-
आना जाना छोड़ चुके। पर्वों से नाता तोड़ चुके।।
इसके अलावा कार्यक्रम में सत्यपाल सिंह पुण्ढ़ीर, त्रभुवन नारायण शर्मा, मीना पुण्ढ़ीर, अमर सिंह यादव, भूपेंद्र प्रताप सिंह, राजीव सहित विमल, रूपकिशोर, सत्यम, कुलदीप, राजीव, विमल, सोनू, अंकित, शिवांश, सूर्यम आदि विद्यार्थी उपस्थित रहे।

यह भी देखें :-