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सिकंदराराऊ : जनता इण्टर कॉलेज बरसौली के कला अध्यापक डॉ. अभिषेक शर्मा को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली में ललित कला अकादमी द्वारा आयोजित 64वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी के पुरस्कार समारोह में डॉ. अम्बेडकर मेमोरियल इंटरनेशलन सेन्टर में सम्मानित किया।
डॉ. अभिषेक शर्मा ने बताया कि 64वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में सिरामिक इंस्टालेशन के लिए उन्हें यह पुरस्कार मिला है। राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में 5922 आवेदक थे, जिनमें से 283 कलाकारों का प्रदर्शनी के लिए चयन किया गया और 20 कलाकारों को राष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। उत्तर प्रदेश से केवल 2 लोगों को इस वर्ष 2025 के लिए पुरस्कृत किया गया। उन्होंने बताया कि उनकी रचना का शीर्षक स्कूटर था।
इस अवसर पर भारत सरकार के सांस्कृतिक एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव विवेक अग्रवाल, ललित कला एकेडमी के वाइस चौयरमेन डॉ. नंद लाल ठाकुर सहित गणमान्य लोग मौजूद थे।
डॉ. अभिषेक शर्मा द्वारा निर्मित “स्कूटर” स्टोन वेयर सिरेमिक से निर्मित एक चंचल किन्तु विचारोत्तेजक कलाकृति है। एक बड़े स्कूटर के पीछे छोटे स्कूटरों के समूह को प्रदर्शित करते हुए, यह कलाकृति पुरानी यादों, शहरी गतिशीलता और सामूहिक पहचान के विषयों को उजागर करती है। एक जुलूस में स्थापित, सिरेमिक स्कूटर खिलौनों या अवशेषों जैसे दिखते हैं – दर्शकों को बचपन, बड़े पैमाने पर उत्पादन और भारत की विकसित होती परिवहन संस्कृति की याद दिलाते हैं। विविध ग्लेज़ का उपयोग प्रत्येक रूप को वैयक्तिकता प्रदान करता है, जबकि उनकी व्यवस्था गति, पदानुक्रम और समुदाय का संकेत देती है। शर्मा का सिरेमिक समूह एक मनमौजी जुलूस और यात्राओं का एक रूपक बन जाता है – व्यक्तिगत और सामाजिक।
डॉ. अभिषेक शर्मा ने बताया कि 64वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में सिरामिक इंस्टालेशन के लिए उन्हें यह पुरस्कार मिला है। राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी में 5922 आवेदक थे, जिनमें से 283 कलाकारों का प्रदर्शनी के लिए चयन किया गया और 20 कलाकारों को राष्ट्रीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। उत्तर प्रदेश से केवल 2 लोगों को इस वर्ष 2025 के लिए पुरस्कृत किया गया। उन्होंने बताया कि उनकी रचना का शीर्षक स्कूटर था।
इस अवसर पर भारत सरकार के सांस्कृतिक एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव विवेक अग्रवाल, ललित कला एकेडमी के वाइस चौयरमेन डॉ. नंद लाल ठाकुर सहित गणमान्य लोग मौजूद थे।
डॉ. अभिषेक शर्मा द्वारा निर्मित “स्कूटर” स्टोन वेयर सिरेमिक से निर्मित एक चंचल किन्तु विचारोत्तेजक कलाकृति है। एक बड़े स्कूटर के पीछे छोटे स्कूटरों के समूह को प्रदर्शित करते हुए, यह कलाकृति पुरानी यादों, शहरी गतिशीलता और सामूहिक पहचान के विषयों को उजागर करती है। एक जुलूस में स्थापित, सिरेमिक स्कूटर खिलौनों या अवशेषों जैसे दिखते हैं – दर्शकों को बचपन, बड़े पैमाने पर उत्पादन और भारत की विकसित होती परिवहन संस्कृति की याद दिलाते हैं। विविध ग्लेज़ का उपयोग प्रत्येक रूप को वैयक्तिकता प्रदान करता है, जबकि उनकी व्यवस्था गति, पदानुक्रम और समुदाय का संकेत देती है। शर्मा का सिरेमिक समूह एक मनमौजी जुलूस और यात्राओं का एक रूपक बन जाता है – व्यक्तिगत और सामाजिक।
INPUT – VINAY CHATURVEDI











