Visitors have accessed this post 97 times.
सिकंदराराऊ : लालाराम इण्टर काँलेज माधुरी, अगसौली में कथावाचक पूज्य श्री मनीष शास्त्री जी महाराज के मुखारबिंद से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। श्रीमद् भागवत कथा के द्वितीय दिवस की शुरुआत आयोजक नेत्रपाल सिंह, राजेश यादव प्रबन्धक, मुकेश कुमार, मुनेश कुमार व महेश यादव संघर्षी अध्यक्ष सहकारी संघ अगसौली द्वारा आरती के साथ की गई।
कथावाचक पूज्य श्री मनीष शास्त्री जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ करते हुए भक्तों को भजन “कर देगी बेड़ा पार ब्रज वृंदावन की” श्रवण कराया। सभी ने मंच पर आकर पूज्य महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया।
कथावाचक मनीष शास्त्री जी को महेश यादव संघर्षी अध्यक्ष सहकारी संघ अगसौली, नेत्रपाल सिंह, रजेश यादव प्रबन्धक वेदराम सिंह, रामबाबू, राजू सर जी, सुनहरी लाल यादव ने सम्मानित किया।
कथावाचक मनीष शास्त्री ने कथा कहते हुए कहा कि शरीर का स्वस्थ होना परम आवश्यक है। क्योंकि अगर शरीर स्वस्थ नहीं होगा तो आपका अध्यात्मिक उद्देश्य हो या आर्थिक उद्देश्य हो तो उसे अस्वस्थ शरीर के साथ पूर्ण करने में आप असफल होंगे। प्रत्येक उद्देश्य में सफल होने के लिए शरीर स्वस्थ होना बेहद जरुरी है। हमें अपनी आत्मा को शुद्घ रखने के लिए आध्यात्मिक किताबे पढ़नी चाहिए जैसे भागवत,गीता,रामायण आदि। भागवत कथा का श्रवण करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और दुखों का अंत होता है । धर्म के प्रति आस्था रखते वाले व्यक्ति को अपने जीवन में सफलता हासिल करने से कोई भी नहीं रोक सकता।
भागवत कथा में राजीव यादव, दिवाकर यादव, जयवीर सिंह, पंकज कुमार, सर्वेश कुमार मास्टर, अशोक कुमार, रैना, बादाम सिंह, नितिन यादव,प्रमोद कुमार, रतनेश, रजनीश कुमार, चरन सिंह चौधरी, अवनेश कुमार गंधरपाल सिंह, अमित कुमार, सनोज कुमार, रुकुमपाल सिंह, मंजेश कुमार, यशपाल सिंह, श्रीनिवास सिंह फौजी, गोबिन्द कुमार, अजय कुमार आदि मौजूद थे।
कथावाचक पूज्य श्री मनीष शास्त्री जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ करते हुए भक्तों को भजन “कर देगी बेड़ा पार ब्रज वृंदावन की” श्रवण कराया। सभी ने मंच पर आकर पूज्य महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया।
कथावाचक मनीष शास्त्री जी को महेश यादव संघर्षी अध्यक्ष सहकारी संघ अगसौली, नेत्रपाल सिंह, रजेश यादव प्रबन्धक वेदराम सिंह, रामबाबू, राजू सर जी, सुनहरी लाल यादव ने सम्मानित किया।
कथावाचक मनीष शास्त्री ने कथा कहते हुए कहा कि शरीर का स्वस्थ होना परम आवश्यक है। क्योंकि अगर शरीर स्वस्थ नहीं होगा तो आपका अध्यात्मिक उद्देश्य हो या आर्थिक उद्देश्य हो तो उसे अस्वस्थ शरीर के साथ पूर्ण करने में आप असफल होंगे। प्रत्येक उद्देश्य में सफल होने के लिए शरीर स्वस्थ होना बेहद जरुरी है। हमें अपनी आत्मा को शुद्घ रखने के लिए आध्यात्मिक किताबे पढ़नी चाहिए जैसे भागवत,गीता,रामायण आदि। भागवत कथा का श्रवण करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और दुखों का अंत होता है । धर्म के प्रति आस्था रखते वाले व्यक्ति को अपने जीवन में सफलता हासिल करने से कोई भी नहीं रोक सकता।
भागवत कथा में राजीव यादव, दिवाकर यादव, जयवीर सिंह, पंकज कुमार, सर्वेश कुमार मास्टर, अशोक कुमार, रैना, बादाम सिंह, नितिन यादव,प्रमोद कुमार, रतनेश, रजनीश कुमार, चरन सिंह चौधरी, अवनेश कुमार गंधरपाल सिंह, अमित कुमार, सनोज कुमार, रुकुमपाल सिंह, मंजेश कुमार, यशपाल सिंह, श्रीनिवास सिंह फौजी, गोबिन्द कुमार, अजय कुमार आदि मौजूद थे।
INPUT – VINAY CHATURVEDI

यह भी देखें :