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सिकंदराराऊ : दी वार एसोसिएशन की एक बैठक अध्यक्ष महेश चंद्र अंजाना की अध्यक्षता में बार कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित सभी अधिवक्ताओं द्वारा गलत कार्यों में संलिप्त रहने ,जमीनों पर अवैध कब्जा आदि करने के आदी अधिवक्ताओं का किसी स्तर पर सहयोग न करने की बात कही गई।
जयप्रकाश गुप्ता ने कहा कि जो अधिवक्ता भू माफिया प्रकृति के हैं उनके साथ झगड़ा मारपीट होना स्वाभाविक है। आखिर क्यों कुछ गिने-चुने अधिवक्ताओं के साथ ही मारपीट होती है और झगड़े का कारण भूमि पर दबंगई, फर्जी कार्यकलाप कर कब्जा करना क्यों निकाल कर आता है।
वीरपाल सिंह यादव ने कहा कि कुछ आदतन अपराधी अधिवक्ता की आड़ में कमजोर व असहाय लोगों की भूमि पर कब्जा का षड्यंत्र रचते रहते हैं। ऐसे अधिवक्ताओं के लिए हड़ताल करना अन्याय है।
रमेश चंद्र शर्मा एडवोकेट ने कहा कि अधिवक्ता के भेष में भू माफिया विधि व्यवसाय व अधिवक्ता की छवि को धूमिल करते हैं।
रणवीर सिंह एवं हुकुम सिंह बघेल ने समान विचार रखते हुए अधिवक्ता के भेष में अपराधियों को अलग-थलग करने पर जोर दिया।
अध्यक्ष ने बैठक में उपस्थित अधिवक्ताओं के विचार लेने के पश्चात सिविल वार सिकंदराराऊ की हड़ताल का समर्थन नहीं करने तथा 12 सितंबर को विधिवत कार्य करने की घोषणा की।
बैठक में मुख्य रूप से देवकांत कौशिक सचिव, विजय उपाध्याय, राधेश्याम, सुरेश सिंह ,प्रमोद बघेल, दीपेश पाठक ,बृजेश यादव, प्रियांशु दरगड, भरत सिंह, इफरक अली बेग, शिवकुमार आदि उपस्थित थे । बैठक का संचालन समाज प्रिय रत्न एडवोकेट ने किया।
INPUT – VINAY CHATURVEDI