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हाथरस : दून पब्लिक स्कूल, हाथरस में आज दिनांक 17 अक्टूबर 2025 को विद्यालय के प्रधानाचार्य जे. के. अग्रवाल के अनुभवी नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में ब्रिटिश काउंसिल की “रीड्स परियोजना” के अंतर्गत “वैश्विक प्रकाश उत्सव: भारत, इज़राइल, चीन और सिंगापुर की त्योहार यात्रा” विषय पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
रिड्स का शुभारंभ शिक्षिका भावना शर्मा संग नन्हे-मुन्ने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मधुर गीत “हैप्पी दिवाली” से हुआ, जिसने पूरे वातावरण को आनंदमय बना दिया। गतिविधि में विद्यार्थियों ने भारत के महान ग्रंथ रामायण पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर “अंधकार पर प्रकाश की विजय” का सशक्त संदेश दिया। 
इसके उपरांत आयोजित “रामायण पोशाक प्रतियोगिता” में बच्चों ने भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान, सुग्रीव, कैकयी, भरत, रावण, लव-कुश, वानर सेना एवं गरुड़ जैसे पात्रों की भूमिकाएँ निभाकर मंच पर रैंप वॉक किया। उनके मनमोहक संवादों और आत्मविश्वासपूर्ण प्रस्तुति ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में गीत, भजन और नृत्य ने उत्सव के माहौल को और भी उल्लासमय बना दिया।
प्रधानाचार्य जे. के. अग्रवाल ने अपने प्रेरक एवं प्रभावी उद्बोधन में कहा—
“एक साथ मंच पर चारों देशों के प्रकाश उत्सवों का प्रदर्शन करना, सही मायनों में ‘फेस्टिवल ऑफ लाइट्स’ की भावना को जीवंत करता है। इस परियोजना के माध्यम से हमने भारत, इज़राइल, चीन और सिंगापुर—चारों देशों को ‘प्रकाश’ की डोर से जोड़ने का प्रयास किया है। यह सांस्कृतिक एकता और वैश्विक सौहार्द का सुंदर प्रतीक है।”उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि—
“आओ, हम सब मिलकर अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का उत्सव मनाएँ।”
परियोजना के अंतर्गत कक्षा पहली और दूसरी के विद्यार्थियों ने चारों देशों के प्रकाश उत्सवों की संगीतमय प्रस्तुति देकर “वैश्विक प्रकाश” की अद्भुत झांकी प्रस्तुत की। जिसमें भारत की दीवाली- जो दीपकों से घर को सजाने का पर्व है।इज़राइल की हनुक्का-जो 8 दिन तक कैंडल जलाने का पर्व है।
चीन की लालटेन महोत्सव-जो लालटेन से घर की सजावट करने का का पर्व है,तथा सिंगापुर का “दीपावली सेलिब्रेशन एट लिटिल इंडिया”।
विद्यार्थियों ने एक ऐसी गतिविधि में प्रतिभाग किया जिसमें चारों देशों की संस्कृति, परंपरा और त्यौहारों की झलक को एक ही मंच पर साकार कर गई। इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम ने बच्चों में रचनात्मकता, आत्मविश्वास और सहयोग की भावना को और सशक्त किया।
सीनियर कोऑर्डिनेटर रीता शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में कहा—“दीपावली प्रकाश का पर्व है, जो नन्हे-मुन्ने सितारों के जीवन में आनंद और खुशियों की नई किरणें भर देता है। 
विद्यालय की परियोजना प्रभारी कोऑर्डिनेटर रीटा शर्मा व नम्रता अग्रवाल, इंचार्ज शिक्षिकाएँ शोभना शर्मा, राशी अग्रवाल तथा अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं में शिवांगी, मयूरी जादौन, भावना शर्मा, गरिमा राठी, छाया मिश्रा,अनुराग पाराशर, कपिल चंदेल, कपिल कुमार और ऋतिक अग्रवाल, टेक्निकल असिस्टेंस का योगदान सराहनीय रहा।
यह कार्यक्रम न केवल भारतीय संस्कृति की गरिमा का प्रतीक बना, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर दून पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों की प्रतिभा, रचनात्मकता और वैश्विक दृष्टिकोण को भी उजागर करता हुआ एक यादगार उत्सव बन गया।









