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श्रेष्ठ कार्तिक मास की नवमी तिथि को सभी मनोकामना की पूर्ति हेतु फलों में सर्वश्रेष्ठ आंवला के वृक्ष की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं और अपनी संस्कृति से जुड़े रहने की प्रयास में भारत विकास परिषद वनिता शाखा द्वारा आंवला नवमी की उपलक्ष्य में सामूहिक रूप से विधि विधान से पूजा तथा कार्तिक की कथा-कहानियां कहकर भजन-कीर्तन करते हुए सभी सखियों ने आंवले के पौधे की 108 परिक्रमाएं लगाईं गईं, तदुपरांत वनभोज का आनंद लिया गया। माना जाता है कि इस दिन पूजा करने से आरोग्य, पुत्र रत्न व सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है व

आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु और शिव जी वास करते हैं। इस अवसर पर अध्यक्षा एकता अग्रवाल, सचिव अनीता मदनावत, शाखा संयोजिका विनीता दुबे, संपर्क प्रमुख दीप्ति अग्रवाल, सेवा प्रमुख सीमा वार्ष्णेय, जूही बंसल, कविता टालीवाल, चंचल अग्रवाल, पूजा माहेश्वरी, मीनाक्षी शर्मा, गीता मित्तल, नूतन अग्रवाल, दीप्ति गर्ग, रीना अग्रवाल, रितु सिंघल आदि उपस्थित रहे।