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सिकंदराराऊ : अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल ने ओएनडीएलएस पोर्टल तथा अन्य विभिन्न समस्याओं को लेकर ड्रग कंट्रोलर को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि ब्रांच लाईसैंस अप्लाई और गोडाऊन अप्लाई नही हो रहे हैं। फाईल मूवमेंट का पता नही चल पा रहा है कि फाईल अभी किस अधिकारी के पास है और उसने उस पर क्या एक्शन अपने अधीनस्थ अधिकारी को फाईल को भेजा गया। पोर्टल में पूर्व मे जारी लाईसैंस का रिकार्ड माइग्रेट करने का कोई भी आप्शन नही है जिस वजह से पूर्व मे जारी लाईसैंस का रिकार्ड लाईसैंस होल्डर को डालना पड रहा है और जिसको सम्बन्धित अधिकारी के द्वारा पुनः सत्यापित करना पड रहा है जो कि लाईसैंस होल्डर और सम्बन्धित अधिकारी के लिये अतिभार है जो कि शासन द्वारा कराया जाना चाहिए था ऐसा पूर्व मे भी हुआ है। जब निवेशमित्र पोर्टल आया तो एफ़एसडीए यूपी पोर्टल के सभी निर्गत लाईसैंस की जानकारी को निवेशमित्र पोर्टल पर माइग्रेट करने का प्राविधान था। औषधि निरीक्षक और सहायक औषधि आयुक्त के द्वारा किसी भी आवेदन पर लगाई गयी रिपोर्ट को देखने का प्रावधान होना चाहिये यदि यह आवेदक के अधिकार मे है इससे सिस्टम मे प्रादर्शिता बनी रहेगी। पोर्टल में औषधि निरीक्षक और सहायक औषधि आयुक्त के द्वारा किसी भी आवेदन के प्रतिष्ठान के सर्वे से पूर्व पूर्ण जानकारी प्रदर्शित होनी चाहिये कि सम्बन्धित अधिकारी किस दिन और किस अनुमानित समय पर निरीक्षण करने आयेगा ताकि आवेदक और सम्बन्धित अधिकारी दोनो को निरीक्षण के दौरान कोई असुविधा न हो न ही किसी एक की अनुपस्थिति के कारण समय की बर्बादी हो। यदि सम्बन्धित अधिकारी शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत निरीक्षण अथवा आवेदन के सापेक्ष कार्यवाही करने में असमर्थ हो तो उसको पोर्टल के माध्यम से उचित कारण बताकर सूचित किया जाये या सहायक औषधि आयुक्त स्वयं संज्ञान लेते हुये सलंग्न कागजात के आधार पर स्वयं नये लाईसैंस आवेदन जारी करें। औषधि विभाग उत्तर प्रदेश की वेबसाइट एफएसडीएयूपी पर कोई भी जानकारी अपडेट नही हो रही है, जिस कारण जन जागरूकता के लिए शासन व विभाग द्वारा जारी आदेशो का पता नही चल पा रहा है और आम जन अपने से सम्बन्धित जानकारी को प्राप्त नही कर पा रहे हैं। यदि कोई आवश्यक जानकारी है जिसका सभी लाईसैंस होल्डर को पता होना अनिवार्य है तो उनको पत्र के माध्यम से अवगत कराया जाये। औषधि निरीक्षक द्वारा नये लाईसैंस आवेदन जारी करने में देरी की जाती है तो सहायक औषधि आयुक्त स्वयं संज्ञान लेते हुये स्वयं नए लाईसैंस आवेदन जारी करें अन्यथा दुसरे जिले के औषधि निरीक्षक द्वारा आवेदन पर रिपोर्ट लगाकर समय सीमा तक लाईसैंस जारी किया जाये। इन समस्याओ के कारण प्रदेश के दवा व्यापारियो को परेशानी का सामना करना पड रहा है। सम्बन्धित अधिकारी को निर्देश देकर इन समस्याओ का निवारण करने का अनुरोध किया। ड्रग कंट्रोलर द्वारा सभी समस्याओं का निराकरण कराने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष शिवकुमार, प्रदेश संगठन मंत्री रजत कुमार सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष अक्षय मिठारिया, प्रवीण धवल प्रदेश कार्यकारणी सदस्य सनूज तेजान, अलीगढ़ मंडल महासचिव राजीव चतुर्वेदी आदि मौजूद थे।
INPUT – VINAY CHATURVEDI
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