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बरेली : पूर्वोत्तर रेलवे, इज्जतनगर मंडल में सेवानिवृत्त कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों की पेंशन संबंधी शिकायतों के त्वरित निपटारे के उद्देश्य से मंडल रेल प्रबंधक वीणा सिन्हा की अध्यक्षता में “पेंशन अदालत 2025” का आयोजन मंडल कार्यालय के सभागार में किया गया।
पेंशन अदालत में मंडल स्तर पर कुल 71 पेंशन संबंधी परिवाद पंजीकृत किए गए, जिनमें से 48 पेंशनरों/आश्रितों को व्यक्तिगत सुनवाई का अवसर प्रदान कर सभी मामलों का मौके पर ही समाधान किया गया। शेष 23 मामलों में आवश्यक प्रपत्र उपलब्ध न होने के कारण कार्यवाही पार्टी हेड पर लंबित रही, जिन्हें दस्तावेज प्राप्त होते ही शीघ्र निस्तारित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त 35 नॉन-पेंशनरी मामलों को भी तत्काल निपटारे की प्रक्रिया में शामिल किया गया है।
पेंशन अदालत की अध्यक्षता करते हुए मंडल रेल प्रबंधक वीणा सिन्हा ने पेंशन अदालत के महत्व और उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस वर्ष कुल 71 मामलों में से 48 का पूर्ण निस्तारण किया गया है तथा 19 पीपीओ जारी किए गए हैं। उन्होंने पेंशनरों से अपील की कि शिकायत दर्ज करते समय सभी आवश्यक दस्तावेज प्रार्थना पत्र के साथ अवश्य संलग्न करें, जिससे मामलों का समयबद्ध समाधान संभव हो सके।
उन्होंने कहा कि रेल प्रशासन अपने सम्मानित पेंशनरों की समस्याओं के समाधान के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर उन्होंने मंडल के कार्मिक एवं लेखा विभाग द्वारा पेंशन संबंधी मामलों के त्वरित निस्तारण के लिए किए गए उत्कृष्ट प्रयासों की मुक्त कंठ से सराहना की तथा पेंशनर एसोसिएशन के सकारात्मक योगदान की भी प्रशंसा की।
पेंशन अदालत का संचालन वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी संदीप सिंह ने किया। उन्होंने मंच के माध्यम से बताया कि कार्मिक एवं लेखा विभाग के संयुक्त प्रयासों से एनपीएस समापक भुगतान, पेंशन सस्पेंस के अंतर्गत रोकी गई राशि का भुगतान, तथा एनपीएस से ओपीएस में स्थानांतरित कर्मचारियों के मामलों का सफल निपटान किया गया है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के योगदान की सराहना की।
सहायक कार्मिक अधिकारी बबलु ने कहा कि रेल प्रशासन सदैव रेल कर्मचारियों एवं सम्मानित पेंशनरों/आश्रितों के हितों के संरक्षण के लिए तत्पर है।
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक मनोज कुमार, मंडल वित्त प्रबंधक बी.एस. पवार, विभिन्न विभागों के अधिकारी, मान्यता प्राप्त ओबीसी, एससी/एसटी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी, पर्यवेक्षक एवं बड़ी संख्या में रेल कर्मी उपस्थित रहे।










