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रिपोर्ट:-शैलेन्द्र बाबू: बलरामपुर। पुलिस अधीक्षक कार्यालय बलरामपुर के सभागार में अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति अधिनियम के संबंध में लोगों को जागरुक करने एवं प्रचार प्रसार करने संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया गया। तत्पश्चात एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से संबंधित कार्यशाला का आयोजन भी किया गया जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह क्षेत्राधिकारी उतरौला क्षेत्राधिकारी जिला श्रम अधिकारी बाल संरक्षण अधिकारी महिला समाख्या एवं गैर सरकारी संगठनों से संबंधित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता एवं विभिन्न संगठनों से जुड़े हुए संभ्रांत
लोग विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में कार्यरत व जनपद के संभ्रांत प्रतिष्ठित अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग से संबंधित लोग उपस्थित रहे कार्यशाला में जनपद के प्रत्येक थानों से उप निरीक्षक हेड मुहर्रिर भी उपस्थित रहे कार्यशाला में अपर पुलिस अधीक्षक व विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति एक्ट मे हुए बदलाव एवं पोक्सो अधिनियम मे हुए संशोधनों पर विस्तृत चर्चा की गई एवं उपस्थित लोगों के सवालों का भी तार्किक जवाब दिया गया तथा जनपद के दूर दराज क्षेत्रों में भी जागरूकता अभियान चलाए जाने की जरूरत पर बल दिया गया तत्पश्चात एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट संबंधी कार्यशाला में भी अपर पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह एवं विभिन्न पदाधिकारी गण द्वारा मानव दुर्व्यापार को रोकने हेतु प्रभावी तरीकों पर चर्चा की गई एवं इसके लिए भी विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
लोग विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में कार्यरत व जनपद के संभ्रांत प्रतिष्ठित अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग से संबंधित लोग उपस्थित रहे कार्यशाला में जनपद के प्रत्येक थानों से उप निरीक्षक हेड मुहर्रिर भी उपस्थित रहे कार्यशाला में अपर पुलिस अधीक्षक व विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति एक्ट मे हुए बदलाव एवं पोक्सो अधिनियम मे हुए संशोधनों पर विस्तृत चर्चा की गई एवं उपस्थित लोगों के सवालों का भी तार्किक जवाब दिया गया तथा जनपद के दूर दराज क्षेत्रों में भी जागरूकता अभियान चलाए जाने की जरूरत पर बल दिया गया तत्पश्चात एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट संबंधी कार्यशाला में भी अपर पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह एवं विभिन्न पदाधिकारी गण द्वारा मानव दुर्व्यापार को रोकने हेतु प्रभावी तरीकों पर चर्चा की गई एवं इसके लिए भी विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।









