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सादाबाद : समाज में हो रही निंदनीय घटनाओं के प्रति अपनी मानवीय संवेदना को पेंटिंग के द्वारा प्रदर्शित करने वाले जनपद हाथरस के प्रख्यात चित्रकार भेद प्रकाश सिंह हाथरसी ने एक बार फिर अपनी पेंटिंग “आधुनिक दुर्गा ” के माध्यम से शासन एवं प्रशासन का ध्यान खींचने का कार्य किया है।
लंदन में प्रदर्शित हो चुकी प्रसिद्ध पेंटिंग बेटी की उड़ान को चित्रित करने वाले चित्रकार हाथरसी बेटियों का हौसला अफजाई करने के लिए बेटियों पर पेंटिंग सीरीज भी बना चुके हैं। नवरात्रि के पर्व पर आधुनिक दुर्गा नामक पेंटिंग बनाने पर चित्रकार हाथरसी ने देश की बेटियों से आग्रह किया कि अब समय आ गया है आपको अपने स्वाभिमान एवं आत्मरक्षा के लिए आपको आधुनिक दुर्गा का स्वरूप लेना ही पड़ेगा। देश में इंसानी रूप में जगह-जगह दरिंदे घूम रहे हैं। जो मौका पाते ही अपने राक्षसी रूप को धारण करके मासूम बच्चियों को भी अपनी हवस का शिकार बनाने से नहीं चूकते।
चित्रकार हाथरसी ने कहा वह अपनी इस पेंटिंग को जल्दी ही माननीय राष्ट्रपति जी को भेंट करेंगे तथा उनसे आग्रह करेंगे कि वह बेटियों के लिए आत्म रक्षा हेतु चलाए जा रहे अभियानों को जमीनी स्तर पर चलाएं। ताकि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद वह इन भेड़ियों से अपने आप को सुरक्षित रख सके। बेटियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए बलात्कार की शिकार बेटियों के केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए ताकि निष्पक्ष जांच होने बाद जल्द से जल्द दोषियों को फांसी मिल सके।
चित्रकार हाथरसी ने पेंटिंग के द्वारा दर्शाया है कि जो हाथ अपने भविष्य के लिए कागज और पेन उठा सकते हैं वह अपने स्वाभिमान एवं आत्मरक्षा के लिए हथियार भी उठा सकते हैं और आवश्यकता पड़ी तो फांसी के फंदे पर भी लटका सकते हैं। हमारे देश में मां सीता ने भी जन्म लिया है जो एक तिनके के द्वारा रावण को भी भयभीत कर सकती हैं। तो दूसरी तरफ रानी लक्ष्मीबाई भी हमारे भारत में जन्मी जिन्होंने अंग्रेजों के सिर अपनी फौलादी तलवार द्वारा धड़ से अलग कर दिए। समस्त संसार को पालने वाली मां दुर्गा भी समय आने पर लोक कल्याण के लिए चंडी बन जाती है । चित्रकार हाथरसी ने सरकार को मिशन शक्ति के तहत बालिकाओं को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षित करने के लिए गांव स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाने का आग्रह किया है।

input : akhilesh