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सिकन्दराराऊ : लेखपाल निजामुद्दीन द्वारा वारिसान प्रमाणपत्र के नाम पर बरई शाहपुर निवासी महिला से की गई अभद्रता अक्षम्य अपराध की श्रेणी में आती है। इसे समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उक्त बातें पीड़ित महिला से बात करने के पश्चात कर्मयोग सेवा संघ के अध्यक्ष विवेकशील राघव ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहीं।

राघव ने मीडिया को बताते हुए कहा कि लेखपालों का भ्रष्टाचार सर्वविदित है। किंतु यह मामला भ्रष्टाचार के साथ- साथ प्रशासनिक कर्मचारी के चरित्र से जुड़ा हुआ है। जिस पर प्रशासन को अविलंब दण्डात्मक कार्यवाही करने की आवश्यकता है। यदि 48 घण्टे के अंदर उचित कार्यवाही नहीं हुई तो संगठन अन्य सामाजिक संगठनों के सहयोग से बड़ा जन-आंदोलन करने को विवश होगा।

पीड़ित महिला ने बताया कि लेखपाल ने उसके सामने कई बार पहले भी गंदे प्रस्ताव रखे हैं जिनकी शिकायत भी वह पूर्व में कर चुकी है। 21 जून को लेखपाल ने उसके साथ जबर्दस्ती करने की कोशिश की थी जिसकी शिकायत को लेकर वह उच्चाधिकारियों से मिली थी जिसके बाद अधिकारियों ने लेखपाल पर कार्यवाही कराने का आदेश भी दिया था किंतु आज कई लोग उसके घर पहुँचे और जबरन उसे तहसील ले आये जहाँ उसे एक कमरे में घण्टों बंद रखा और धमकी देकर शिकायत वापस लेने का दबाब बनाते हुए एक कागज पर हस्ताक्षर करा लिए। आज वह कुछ लोगों की सलाह पर विवेकशील राघव से मिली है और किसी भी स्थिति में न्याय चाहती है।
प्रेस वार्ता के दौरान किसान यूनियन जिलाध्यक्ष उदयवीर सिंह यादव तथा वकार अहमद भी उपस्थित रह

इनपुट : ब्यूरो रिपोर्ट

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