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बदायूं : हल्द्वानी में आयोजित ब्राह्मण महोत्सव उत्तराखंड में शामिल होने के लिए जाते समय बदायूं के पदाधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी, राष्ट्रीय संगठन प्रभारी विजयवर्ती पाठक , संयोजक विनय चतुर्वेदी, राष्ट्रीय सचिव तरुण चतुर्वेदी , उत्तर प्रदेश के महासचिव राकेश उपाध्याय , उत्तर प्रदेश के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष मोहित उपाध्याय का पटका एवं फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया।
राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण समय है, अगर हिन्दू अभी नहीं जागे तो भविष्य में सनातन संस्कृति को बचाने के लिए सनातनियों को बड़ा संघर्ष करना पड़ेगा। ब्राह्मण ने हमेशा त्याग और बलिदान किया है। इसीलिए ब्राह्मण समाज को पूज्यनीय कहा गया है। कोई भी व्यक्ति पूज्यनीय यूं ही नहीं हो जाता, इसके लिए त्याग करना पड़ता है। जब-जब सनातन धर्म और राष्ट्र की रक्षा की बात आई, हमेशा ब्राह्मण अग्रिम पंक्ति में खड़ा दिखाई दिया है। सनातन धर्म के शत्रुओं के शीश काटे हैं तो अपने शीश कटाने से भी पीछे नहीं रहा। ब्राह्मण कभी अत्याचार व पाप के सामने नहीं झुका है और न झुकेगा। सभी ब्राह्मण बंधुओं को अपनी इस नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा । तभी ब्राह्मण समाज में पूज्यनीय रहेगा। ब्राह्मणों के ऊपर सनातन धर्म के सभी वर्गों और अंगों को साथ लेकर राष्ट्र रक्षा की जिम्मेदारी है।
उन्होंने जातिगत आरक्षण को राष्ट्र की प्रगति में बाधक बना बताते हुए कहा कि आरक्षण व्यवस्था जाति आधारित नहीं बल्कि आर्थिक स्तर पर होनी चाहिए। इससे जातिवाद समाप्त होगा और सभी वर्गों के गरीब और कमजोर लोगों को समान अवसर मिल सकेंगे। श्री चतुर्वेदी ने एससी एसटी एक्ट के आधार पर होने वाले उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पूरे देश में इस प्रकार के मामले सामने आते हैं। इसलिए इस एक्ट को न्याय संगत स्वरूप प्रदान किया जाना चाहिए। किसी पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए निर्दोष लोगों की बलि नहीं चढ़ाई जा सकती। यदि कोई झूठा आरोप लगाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई का भी प्रावधान होना चाहिए। कश्मीरी पंडितों को भी उनकी सुरक्षा और अधिकार की गारंटी सुनिश्चित की जाए। सरकार बेहतर तरीके से कार्य कर रही है। लेकिन और अधिक प्रयास इस मामले में किए जाने की जरूरत है ।
राष्ट्रीय संगठन प्रभारी विजयवर्ती पाठक ने कहा कि धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों से समाज को नई ऊर्जा मिलती है तथा नकारात्मक शक्तियों का ह्रास होता है । उन्होंने कहा कि धार्मिक अनुष्ठान एवं कार्यक्रमों के अवसर पर सनातन संस्कृति एवं संस्कारों की शिक्षा भी अपनी नई पीढ़ी को दी जानी चाहिए। नई पीढ़ी टीवी और मोबाइल तक सीमित होकर रह गई है। यही वजह है कि संस्कृति और संस्कारों से दूर-दूर तक उनका कोई वास्ता नहीं है।
उत्तर प्रदेश युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मोहित उपाध्याय ने कहा कि नई पीढ़ी संस्कारों से विमुक्त होती जा रही है,जबकि हमारे संस्कार भारतीय संस्कृति और सभ्यता का मूल तत्व हैं।इनके बिना सनातन संस्कृति की कल्पना करना व्यर्थ है।संस्कार और भारतीय संस्कृति के लगातार हो रहे ह्रास के लिए हम सभी लोग जिम्मेदार हैं। हम अपने बच्चों को अपनी सभ्यता और संस्कारों से परिचित कराना जरूरी नहीं समझते बल्कि आधुनिकता की अंधी दौड़ में शामिल होकर उन्हें संस्कृति से कहीं ना कहीं दूर ले जाने का कार्य कर रहे हैं।वास्तविकता को हम सभी लोगों को गहनता से समझना होगा और मंथन करना होगा।
राष्ट्रीय सचिन तरुण चतुर्वेदी ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने सदैव राष्ट्र को दिशा और दशा देने का कार्य किया है । ब्राह्मण सही अर्थों में राष्ट्र निर्माता है । ब्राह्मण समाज के युवकों को सदैव राष्ट्रहित में त्याग और तपस्या के लिए तैयार रहना चाहिए।
इस अवसर पर विनय चतुर्वेदी, राष्ट्रीय संगठन प्रभारी विजयवर्ती पाठक , राष्ट्रीय सचिव तरुण चतुर्वेदी , उत्तर प्रदेश के महासचिव राकेश उपाध्याय , उत्तर प्रदेश के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष मोहित उपाध्याय , डॉ सौरभ शंखधार, विवेक उपाध्याय , गोबिंद शर्मा, सुशील शर्मा, राजेन्द्र शंखधार, अभिनव शर्मा, देवेश शर्मा ,नरेश शंखधार , सुमित मिश्रा, विपिन शर्मा ,चन्द्रशेखर शर्मा आदि मौजूद रहे।

INPUT- AJAY  PATHAK