हाथरस : जिलाधिकारी द्वारा आहूत कलेक्ट्रेट सभागार में मेला कार्यक्रमों के संयोजकों की बैठक में हिंदी प्रोत्साहन कार्यक्रम के संयोजक देवेंद्र दीक्षित शूल ने उप जिलाधिकारी सदर /मेला अधिकारी रविंद्र सिंह से निवेदन किया कि हिंदी हमारी मातृभाषा है ,संविधान में राजभाषा है और शीघ्र ही राष्ट्रभाषा बनने जा रही है। किंतु इस कार्यक्रम हेतु धन का आवंटन बहुत कम है ।हम हिंदी प्रोत्साहन कार्यक्रम में हिंदी विषय में विशेष योग्यता लाने वाले जनपद भर के छात्र-छात्राओं को सम्मानित करते हैं , उनके जलपान आदि की व्यवस्था करते हैं ,कुछ विशेष छात्रों को हिंदी शब्दकोश भी देते हैं और हिंदी विद्वानों का सम्मान भी किया जाता है। वहीं दूर दराज से आए हिंदी विद्वानों को यात्रा भत्ता भी दिया जाता है। इस प्रकार इस सब पर काफी व्यय होता है ।आपसे निवेदन है कि हिंदी के प्रचार प्रसार व सम्मान हेतु धन की मात्रा बढ़ाने की कृपा करें।
वहीं एक निवेदन सभी संयोजकों और मेलाअधिकारी से किया कि हाथरस जनपद की प्रतिभाओं को निखारने और उनको आगे बढ़ाने की दृष्टि से प्रत्येक छोटे-बड़े कार्यक्रम में हाथरस की प्रतिभाओं की सहभागिता सुनिश्चित करने की कृपा करें ।
वहीं मेला अधिकारी रवीन्द्र सिंह एवं मेला बाबू रवी बाबू शर्मा से निवेदन किया कि मेला की अवधि में सिकंदराराऊ के लिए बसों की संख्या बढ़ाई जाए और रात को कम से कम 10:00 बजे तक बसों का संचालन किया जाए। इस समय शाम होते ही हाथरस डिपो की बसें बंद हो जाती हैं।
ज्ञातव्य हो कि सिकंद्राराऊ से मात्र एक कार्यक्रम के संयोजक देवेंद्र दीक्षित शूल रहते हैं । अन्य सभी कार्यक्रमों के संयोजक हाथरस नगर या आसपास के ही रहते हैं।

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