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सिकंदराराऊ : कोतवाली क्षेत्र के गांव पोरा में स्थित 125 वर्ष पुराने बांके बिहारी मंदिर से सोमवार को दिन दहाडे अज्ञात चोर बांके बिहारी की अष्ट धातु से निर्मित मूर्ति को चुरा कर ले गए थे। उक्त मामले की रिपोर्ट कोतवाली में पीड़ित मन्दिर के पुजारी ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाबजूद पुलिस अभी तक खाली हाथ है । देव प्रतिमा बरामद न होने से श्रद्धालुओ में रोष व्याप्त है।

बतादे कि गांव पोरा निवासी पुजारी होडिल सिंह ने लिखाई रिपोर्ट में कहा था। कि गांव के बीचो-बीच 125 वर्ष पुराना बांके बिहारी जी का मंदिर है । जिसमें बांके बिहारी, राधा रानी एवं अन्य देव प्रतिमाएं स्थापित हैं। मंदिर में जहां बांके बिहारी जी की मूर्ति अष्टधातु से निर्मित है वहीं राधा रानी की मूर्ति पीतल की है। सोमवार दोपहर में मंदिर के पुजारी होडिल सिह मंदिर में पूजा अर्चना एवं सफाई करके मन्दिर परिसर में सो रहे थे। उसी दौरान मौका पाकर अज्ञात बदमाश मंदिर में प्रवेश कर गए थे। बदमाश दिन दहाड़े मन्दिर से बांके बिहारी की मूर्ति को चुरा ले गए थे। शाम को जब पुजारी एवं अन्य लोग आरती के लिए पहुंचे तो मंदिर में बांके बिहारी की मूर्ति मौजूद नहीं थी। रिपोर्ट दर्ज होने बाद भी पुलिस को बदमाशो को गिरफ्तार करने में कोई सफलता नही मिली है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व बदमाशो ने कस्बा पुरदिलनगर के ठाकुर मुरली मनोहर जी महाराज मंदिर को भी निशाना बनाया था । बदमाश मंदिर से पुजारी दंपत्ति को बंधक बनाकर लाखों की कीमत की अष्ट धातु से निर्मित देव प्रतिमा को चुरा कर ले गए थे । वही क्षेत्र के गांव हिम्मतपुर कचौरा के मंदिर से बदमाश देव प्रतिमा को चोरी कर ले गए थे। उक्त मामलों में भी पीड़ितों द्वारा अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। किन्तु इन बदमाशों को गिरफ्तार करने में पुलिस नाकाम साबित हुई । पुरदिलनगर मूर्तिकाण्ड में व्यापारियों द्वारा बाजार भी बन्द किए गए थे। पुलिस के आलाधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर घटनास्थल का जायजा भी लिया था। अधिकारियों ने आक्रोशित व्यापारियों को समझा बुझाकर शान्त कराकर बाजार को खुलवाया था। बदमाशों द्वारा मंदिरों को निशाना बनाने से लोगों में आक्रोश पनप रहा है।

INPUT – अनूप शर्मा