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सासनी : 11 अक्टूबर। हमारे बुजुर्ग हमारे सम्मानीय होते हैं क्यों कि वही इस संसार में हमें लेकर आते हैं और उन्हीं की वजह से हम अपने जीवन की ऊंचाईयों को हासिल करते हैं मगर बडे होने के बाद हमारे कुछ लोग अपने बुजुर्गों का सम्मान नहीं करते उन्हें वृद्धाश्रम में छोडकर और वहां कुछ धन जमाकर अपने दायित्व की पूर्ति कर लेते हैं। ऐसा करने वालों से भगवान कभी प्रसन्न नहीं हो सकते, ऐसे लोग हमेशा किसी न किसी परेशानी में घिरे रहते है। इसलिए हमें अपने बुजुर्गों का सम्मान करते हुए उनके साथ कभी भेदभाव नहीं करना चाहिए।
यह बातें देर शाम सासनी इनरव्हील क्लब आॅफ सासनी की पदाधिकारियों ने हाथरस वृद्धाश्रम जाकर वहां रह रहे वृद्धों का सम्मनित कर भोजन कराते वक्त क्लब अध्यक्षा श्रीमती रमा वाष्र्णेय ने प्रकट की। उन्होंने कहा कि वृद्धाश्रम में रह रहे वृद्धों की दयनीय अवस्था देखी नहीं जा सकती। हमें ऐसे लोगों की अवश्य सहायता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो संताने अपने माता पिता के साथ ऐसा वर्ताव करती हैं उनके साथ वैसा ही होता है, क्यों कि जब हम अपना चेहरा देखने के लिए शीशे का प्रयोग करते हैं तो उसमें हमारा चेहरा उल्टा ही दिखाई देता है। ठीक वैसे ही उन संतानों के साथ भी वैसा ही होता है जैसा वह अपने माता पिता और घर के बडों के साथ करते है। वृद्धाश्रम में करीब पचास लोगों को खाना खिलाया गया। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय नंबर 2 की प्रधानाचार्य श्रीमती विजय सचिव श्रीमती सरोज सिंह तथा क्लब की सभी पदाधिकारी मौजूद थी।

input : avid hussain