Visitors have accessed this post 687 times.

सिकन्दराराऊ – मिर्जापुर जिले में ब्राह्मण समाज के 3 बच्चों सुधांशु तिवारी, शिवम तिवारी एवं हरिओम तिवारी की जिस तरह निर्मम हत्या की गई है वह घोर निंदनीय है तथा सरकार के मुंह पर अपराधियों का खुला तमाचा है। ब्राह्मण समाज अब यह सब बर्दाश्त नहीं करेगा। ब्राह्मण हत्याओं का सिलसिला लगातार जारी है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाय घटना को दबाने का प्रयास करती है। मीरजापुर में फिर एक बार पुलिस की नाकामी देखने को मिली है। इसका विरोध जताने के लिए तथा पीड़ित परिवार से मिलने के लिए राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी मिर्जापुर जाएंगे।

राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी ने प्रेस को जारी एक बयान में तीन मासूम बच्चों की हत्या पर कड़ा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष के दौरान ब्राह्मण समाज के लोगों की निरंतर हत्याएं होना काफी चिंताजनक है ।शासन-प्रशासन की ढुलमुल कार्यप्रणाली के कारण अपराधी लगातार ब्राह्मणों की हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं। मीरजापुर में तीन मासूम चचेरे भाइयों की हत्या की गई और उनकी आंखें तक निकाल ली गईं । यह एक वीभत्स घटना है। शर्मनाक बात तो यह है कि परिजनों द्वारा बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और जब उनके उन तीनों के शव बरामद हुए तो पुलिस हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बजाय इसे एक दुर्घटना का स्वरूप देने में लगी रही। जिसके परिणाम स्वरूप जनाक्रोश भड़क गया और कई घंटे तक मीरजापुर में वाराणसी मीरजापुर हाईवे पर लोगों द्वारा जाम लगाया गया। तब जाकर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस की कार्यप्रणाली को देखकर नहीं लगता कि पुलिस हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करेगी। बल्कि पुलिस हत्यारों को बचाने का प्रयास कर रही है। ब्राह्मण समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। राष्ट्रीय विप्र एकता मंच ब्राह्मणों की आवाज और उनकी पीड़ा को पुरजोर तरीके से शासन प्रशासन के समक्ष उठाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। यदि तत्काल हत्यारे गिरफ्तार नहीं हुए तो पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मृतक बच्चों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। और हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हम मीरजापुर जा रहे हैं और वहां पर परिजनों से मिलेंगे तथा पीड़ित परिवार की लड़ाई को लड़ेंगे।

इनपुट -: अनूप शर्मा