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सासनी : अग्रेजी हुकूमत के वक्त वर्ष 1922 में आज ही के दिन 4 फरवरी दिन शनिवार को हुए चैरी-चैरा कांड के दौरान शांति मार्च निकाल रहे सत्याग्रहियों पर पुलिस ने गोलियां चला दी थीं। इस फायरिंग की घटना से गुस्साई भीड़ ने चैरीचैरा थाना फूंक दिया था। पुलिस की फायरिंग में 11 और थाना फूंकने में 23 की लोगों की जान चली गई थी। के0एल0 जैन इंटर कॉलेज में चैरी-चैरा कांड को लेकर शाताब्दी समारोह का आयोजन, कर रैली के रूप में प्रभात फेरी निकाली गई।
गुरुवार को ब्लॉक स्तर पर आयोजित कार्रक्रम में प्रधानाचार्य डॉ दीपक जैन ने हरी झंडी दिखाकर प्राभातफेरी का शुभारम्भ किया। जिसमें के0एल0 जैन इंटर कॉलेज, सासनी एवं कन्या इंटर कॉलेज, सासनी के छात्र-छात्राएं शामिल हुई। प्राभातफेरी के0एल0 जैन इंटर कॉलेज से शुरू हो कर कन्या इंटर मार्ग, गांधी चैक से होती हुई शहीद पार्क पर समाप्त हुई। प्राभातफेरी से विद्यालय में सामूहिक रूप से वन्देमातरम हुआ। वहीं के0एल0 जैन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने बताया कि आज यानी 4 फरवरी 2021 को ऐतिहासिक चैरी चैरा घटना का शताब्दी समारोह मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका वर्चुअल उद्घाटन कर रहे हैं। ये इतिहास की वो घटना थी, जिसने महात्मा गांधी को इस कदर परेशान कर दिया था कि उन्होंने अपना असहयोग आंदोलन वापस लेने का फैसला किया। उस समय यूपी का चैरी-चैरा ब्रिटिश कपड़ों और अन्य वस्तुओं की बड़ी मंडी हुआ करता था। आंदोलन के तहत देशवासी ब्रिटिश उपाधियों, सरकारी स्कूलों और अन्य वस्तुओं का त्याग कर रहे थे। इसी के तहत स्थानीय बाजार में भी विरोध कर रहे नेताओं को दो फरवरी को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके चलते 4 फरवरी को करीब तीन हजार आंदोलनकारियों ने थाने के सामने प्रदर्शन कर ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ नारेबाजी की.इसे रोकने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की, लेकिन सत्याग्रहियों पर इसका असर नहीं हुआ. फिर पुलिस ने सीधे फायरिंग कर दी। अंग्रेजी हुकूमत ने इस घटना में 222 लोगों के खिलाफ आरोप सिद्ध किया गया।, जिसमें से 19 लोगों को दो जुलाई, 1923 को फांसी की सजा हुई थी। प्राभातफेरी में डॉ दीपक जैन, स्काउट प्रभारी संजय जैन, अम्बुज जैन, पंकज जैन, शैलेश अवस्थी, नारायण माहेश्वरी,डी0पी0 सिंह, शैलेश जैन, राजकिशोर शर्मा, अंकुर जैन, सुरेश शर्मा, चंद्रपाल सिंह, श्यामनरेश शर्मा, आशीष भार्गव, मनोज जैन एवं समस्त स्टाफ के लोग मोजूद रहे।