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सिकंदराराऊ :- दी वार एसोसिएशन सिकंदराराऊ हाथरस के अध्यक्ष हुकम सिंह बघेल एडवोकेट द्वारा स्टांप एवं रजिस्ट्री विभाग द्वारा रखे गए संपत्ति मूल्यांकन नियमावली 1997 में संशोधन पर जनता की भावनाओं के विपरीत बिक्री भू संपत्ति की कीमत तय करने और रजिस्ट्री के समय लगने वाला स्टांप निबंध शुल्क शुल्क तय करने में लेखपाल से उस संपत्ति का डीएम सर्किल रेट के हिसाब से मूल्यांकन पर घोर भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा राजस्व कर्मचारियों द्वारा आवेदक से सौदा कर मनमानी तरीके से कम कम से कम संपत्ति का आकलन कर सरकार को स्टांप वृद्धि की बजाय स्टांप में चोरी को कर सरकार को भारी नुकसान होगा जिसमें सरकार को राजस्व की हानि होगी फ्लैट जमीन मकान दुकान की रजिस्ट्री से पहले डीएम के यहां आवेदन से राजस्व विभाग के अधीनस्थ कर्मचारी आवेदकों के आधे आधे का सौदा कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा सरकार का नुकसान होगा इसीलिए स्टांप एवं रजिस्ट्री विभाग द्वारा संपत्ति मूल्यांकन 1997 में मैं मूल्यांकन सूची का संशोधन भ्रष्टाचार को काफी बढ़ावा मिलेगा सरकार की पारदर्शिता भी खत्म हो जाएगी संपत्ति मूल्यांकन नियमावली 1997 में मैं जिलाधिकारी द्वारा निर्धारित मूल्यांकन पर कम या ज्यादा वृद्धि करने जनता के हित में है अन्यथा संशोधन से जिला अधिकारी द्वारा राजस्व कर्मचारी द्वारा जांच मंगाने पर जांच रिपोर्ट में लेखपालों द्वारा आवेदक से मिलकर संपत्ति का कम मूल्यांकन किया जाएगा जांच रिपोर्ट में आवेदन संपत्ति के स्टांप पर निबंध शुल्क का मूल्यांकन कराना रिश्वत का सीधा सीधा खेल होगा स्टांप की चोरी होगी जनता के हित में नहीं है भ्रष्टाचार को बढ़ाव मिलेगा सरकार का ऐसा संशोधन को समाप्त कर देना चाहिए उक्त संशोधन के संबंध में दीवार एसोसिएशन सिकंदराराऊ घोर विरोध करती है वह दिनांक 16 जून 2021 को एक आवश्यक बैठक उक्त नियमावली के संशोधन हेतु बुलाई गई है जिसमें संपत्ति नियमावली के संशोधन में रणनीति पर विचार किया जाएगा स्टांप संपत्ति मूल्यांकन मूल्यांकन में संशोधन को तत्काल जनहित में निरस्त किया जाए हुकम सिंह बघेल एडवोकेट अध्यक्ष दी बार एसोसिएशन सिकंदराराऊ जनपद हाथरस
इनपुट :- व्यूरो रिपोर्ट
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