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हाथरस : व्यक्ति के मानव अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन का कार्य कर रही एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स संस्था अज्ञात शवों के धार्मिक रीति-रिवाज से दाह संस्कार के लिए भी कार्य कर रही है ।कोरोना की दूसरी लहर मे जहाँ लोग अपने परिजनों का साथ छोड़ रहे हैं ऐसी भीषण परिस्थिति में भी यह कोरोना योद्धा अपने आप को समर्पित किए हुए हैं । अज्ञात शव का दाह संस्कार एडीएचआर की देखरेख और समाजसेवी सुनीत आर्य के नेतृत्व में किया गया जिसके दाहसंस्कार की व्यवस्था मे सुनील अग्रवाल अध्यक्ष निस्वार्थ सेवा संस्थान पूर्णरूपेण सहयोग रहा । दिनांक 16 जून को एक अज्ञात युवक का शव जिसकी उम्र लगभग 24 वर्ष है धौरपुर पुल के पास रेलवे ट्रैक पर मिला जिसके कान में हेडफोन की लीड लगीं हुई थी कोतवाली हाथरस जंक्शन पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम हाउस में शिनाख्त के लिए रखवा दिया गया 72 घंटे तक शिनाख्त न होने के कारण शव को लावारिस घोषित कर पोस्टमार्टम कराया गया उसके उपरांत पुलिस द्वारा समाजसेवी सुनीत आर्य व प्रवीन वार्ष्णेय से शव के अंतिम संस्कार के लिए अनुरोध किया गया समाजसेवियों द्वारा उपरोक्त सब का धार्मिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार पत्थर वाली स्थित श्मशान घाट पर किया गया अंतिम संस्कार में सुनील अग्रवाल अध्यक्ष निस्वार्थ सेवा संस्थान ,प्रवीन वार्ष्णेय राष्ट्रीय महासचिव एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स समाजसेवी सुनीत आर्य,सुरजीत कुमार काली, जितेंद्र कुमार ,बंटी भाई कपड़े वाले एवं कांस्टेबल मयंक कुमार, शिवकुमार मौजूद रहे