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जनपद हापुड़ के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के पूठ,पसवाड़ा,मोहहमदुपर की मड़ैया,शंकरा टीला समेत गंगा नदी से अवैध ढंग में बालू खनन का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है।बालू माफिया गरीब किसान और मजदूरों को लालच के जाल में फंसाकर उनके माध्यम से गंगा में रेत खनन करा रहे हैं।खनन कराकर सरकारी राजस्व को चूना लगाने वाले माफियाओं पर प्रशासन शिकंजा नहीं कस रहा।क्योंकि पुलिस और प्रशासन समेत खनन महकमा चेतने को तैयार नहीं है।जिसका पूरा फायदा बालू माफिया उठा रहें हैं।
सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद प्रदेश शासन ने नहर और नदियों से अवैध बालू खनन पर पूरी तरह रोक लगाई हुई है।लेकिन इसके बाद भी गंगा नदी से बालू खनन का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है।बालू माफिया गरीब किसान और मजदूरों को लालच के जाल में फंसाकर उनके माध्यम से गंगा में रेत खनन करा रहे हैं।जिसका गढ़,बहादुरगढ़ समेत क्षेत्र में कई स्थानों पर स्टॉक किया जा रहा है।जिससे कि बरसात के सीजन के दौरान गंगा में उफान आने पर स्टॉक में रखे जाने वाले बालू को मनमाने रेटों में बेचकर खूब पैसा कमाया जा सके।पुलिस और प्रशासन समेत खनन महकमे के अफसर गंगा नदी में बालू का कोई भी खनन न होने का दम भरने से नहीं चूक रहे हैं,लेकिन सारी हकीकत का पता होने के बाद भी वे अवैध खनन पर शिकंजा कसकर माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।जिसके चलते अवैध बालू खनन से सरकारी राजस्व को चपत लगने के साथ ही गंगा मे प्रदूषण बढऩे से मानवमित्र डॉल्फिन समेत दुर्लभ प्रजाति के जलीय जीव जंतुओं के अस्तित्व पर भी खतरा मंडरा रहा है।अगर इसी तरह गंगा से बालू खनन चलता रहा तो जलीय जीव जंतुओं की काफी प्रजातिंया पूरी तरह नष्ट हो जाएँगी।जिसको गंभीरता से लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गंगा से बालू रेत खनन पर पूरी तरह से रोक लगा दी।
क्या है बालू रेत खनन माफिया का न्यू प्लान
गंगा नदी से अवैध ढंग में बालू खनन  पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा है।जिसको लेकर खनन माफिया गरीब किसान और मजदूरों को लालच के जाल में फंसाकर उनके माध्यम से गंगा में रेत खनन करा रहे हैं।जिसका गढ़ समेत क्षेत्र में कई स्थानों पर स्टॉक किया जा रहा है।जिससे कि बरसात के सीजन के दौरान गंगा में उफान आने पर स्टॉक में रखे जाने वाले बालू को मनमाने रेटों में बेचकर खूब पैसा कमाया जा सके।बालू रेट का कारोबार जब प्रशाशन चेन की नींद सोया होता है।तब तड़के सुबह लगभग 2 या 3 बजे से शुरू हो जाता है।जोकि भारी मात्रा में रेत से भरी बुग्गियों से आपने काम को अंजाम देते हैं।तड़के सुबह सुबह रेत से भरी भैंसा बुग्गियों को लेकर अपने सही ठिकाने पर पहुंच जाते है।जिसके बाद माफिया रेत का स्ट्रोक करके अपनी मन मानी कीमत से उसे बेच देते हैं।काफी बार क्षेत्रीय पुलिस ने बालू रेत से भरी बुग्गियों को पकड़कर कार्यवाही भी की है।लेकिन रेत का कारोबार क्षेत्र में जूं का तूं ही है।।
किया कहते हैं अधिकारी
खनन अधिकारी सतेन्द्र सिंह का कहना है कि लगातार खनन माफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाया हुआ है।और जो लोग खनन करते पाए जा रहे हैं उनपर कार्यवाही भी की जा रही है।और अभियान अभी भी जारी है।जो व्यक्ति खनन करता पाया जायेगा उसपर कठोर कार्यवाही की जाएगी

INPUT – PRAMOD SHARMA