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बरेली :  55 वें उर्से शराफ़ता के सिलसिले में दरगाह उर्स इंतिजामियां की एक अहम मीटिंग हुई, मीटिंग हज़रत शाह सकलैन एकेडमी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर इस्माईल कुरैशी की अध्यक्षता में हुई।
दरगाह के प्रवक्ता हमज़ा सकलैनी ने उर्स की जानकारी देते हुए बताया कि आज 5 अक्टूबर से 55 वें उर्स ए शराफ़ता का आग़ाज़ हो जायेगा, सुबह में बाद नमाज़ फज्र कुरआन ख्वानी व फातिहा ख्वानी होगी, और दिन भर ज़ायरीन व चादर शरीफ़ के जुलूसों की आमद होगी। रात 9 बजे में बाद नमाज़ ईशा दरगाह शरीफ़ के मेहमान खाने में एक शानदार ऑल इंडिया तरही मुशायरा होगा जिसका मिसरा- ‘करम किया मुझे अपना बना लिया तूने’ इस पर सभी शायर अपना कलाम सुनाएंगे, मुशायरे में मुकामी शायरों के अलावा दूर-दराज़ के नामचीन शायर भी शिरकत करेंगे।
इसी तरह उर्स के दूसरे व तीसरे दिन भी चादरों के जुलूस और दूर-दराज़ के ज़ायरीन की बड़ी तादाद में आमद होगी और रात को दीवान खाना चौक पर उलमाए किराम की खुसूसी तकरीरें होंगी, जिसमें उलमाए किराम उर्से शराफती से समाज व क़ौम को एक खास पैग़ाम देंगे।
उर्स के चौथे दिन दिनांक 8 अक्तूबर दिन हफ़्ता सुबह 11 बजे कुल शरीफ़ की रस्म पीरो मुरशिद शाह मुहम्मद सकलैन मियां हुज़ूर अदा करेंगे इसके अगले दिन बरोज़ इतवार 12 रबीउल अव्वल शरीफ़ को ईद मीलाद उन्नबी के मुबारक मौके पर सुबह 9 बजे सज्जादा नशीन हज़रत शाह सकलैन मियां हुज़ूर हमेशा की तरह सिलसिले के बुज़ुर्ग किब्ला शाह बशीर मियां रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह शरीफ़ (मोहल्ला गुलाब नगर) में चादर पोशी के लिए तशरीफ़ ले जायेंगे और इस पुरनूर मौके पर तमाम ज़ायरीन को हुज़ूर नबी ए पाक सल्लललाहो अलैहि वसल्लम व बुजुर्गों के तबर्रुकात की ज्यारत कराई जायेगी, उधर से वापसी में सज्जादा नशीन मियां हुज़ूर बग्गी में बैठकर मोहल्ला बानखाना, कोहाड़ापीर, नैनीताल रोड होते हुए दरगाह शरीफ पर वापस आयेंगे, रास्ते में जगह -जगह लोग इस्तकबाल करेंगे फातिहा कराएंगे, इस जुलूस में हज़ारों की तादाद में अकीदतमंद शामिल होते हैं।

एकेडमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. इस्माईल कुरैशी ने बताया कि दिनांक 6 अक्टूबर दिन जुमेरात दोपहर 3 बजे दरगाह शरीफ के मेहमान खाने में हज़रत शाह सकलैन एकेडमी की एक बड़ी कांफ्रेंस की जाएगी जिसमें देश भर के एकेडमी यूनिट अध्यक्षों और सचिवों को बुलाया गया गया है, मीटिंग में एकेडमी की सालाना कार्यकर्दगी और खिदमात पर चर्चा की जायेगी और एकेडमी आगे का एजेंडा बताएगी, उन्होंने आगे बताया कि हमारे पीरो मुरशिद मियां हुज़ूर के नाम से ये एकेडमी पिछले लगभग 25 सालों से क़ायम है और क़ौम की तरह -तरह की खिदमात बा हुस्नों खूबी अंजाम दे रही है, आज एकेडमी हर प्रदेश व ज़िले में चल रही है और पूरे साल एकेडमी की तरफ़ से जरूरतमंदों की शादियां, गरीब बच्चों की पढ़ाई के इंतज़ाम व उनकी फ़ीस का बंदों बस्त कर रही है, इसके अलावा मेडिकल कैंप, बेवाओं को सिलाई मशीन की व्यवस्था भी मुहैय्या कराती है। मुंबई, सूरत, भोपाल, झांसी, मुरादाबाद, बरेली, रामपुर, बदायूं व इनके गांव कस्बों में भी एकेडमी हर साल सामूहिक विवाह (इजतिमाई निकाह) बड़े पैमाने पर कर रही है। खास बात ये बताना है कि एकेडमी किसी से भी चंदा या मदद नही लेती है ये काम एकेडमी के ही अपने सकलैनी पीर भाई आपस में मिलकर कर लेते हैं, ये सब हमारे पीरो मुरशिद का करम व फैज़ान है।
मुनीफ सकलैनी ने बताया उर्स ए शराफती हमेशा की तरह अमन ओ सकून, मुहब्बत इत्तिहाद के पैग़ाम के साथ बड़े पैमाने पर मनाया जायेगा, उर्स में हिंदुस्तान के बड़े बड़े स्कॉलर, आलिम और मुफ्तियाने किराम तशरीफ़ लायेंगे और पूरी कौम को मुहब्बत, इत्तिहाद का संदेश देंगे।

एकेडमी के ऑल इंडिया सचिव लतीफ़ कुरैशी ने बताया कि इस साल 55 वां उर्स शराफती उम्दा एहतिमाम के साथ बड़े पैमाने पर मनाया जायेगा और पिछले दो सालों से कोविड की वजह से उर्स सादगी से हुआ था जायरीन नहीं आ पाए थे इसलिए इस साल उर्स में एक बहुत बड़ा ज़ायरीन का सैलाब होने की उम्मीद है।
उर्स की सभी तैयारियां पूरी कर लीं गई हैं सभी कार्यक्रम शांति पूर्वक व उम्दा तरीक़े से अदा किए जायेंगे।
उर्स में दिनांक 7 अक्तूबर दिन शुक्रवार सुबह में महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश से हर साल की तरह ज़ायरीन का एक बड़ा कारवां आएगा ये ज़ायरीन रामनगर एक्सप्रेस द्वारा बरेली पहुचेगें, सभी ज़ायरीन का रेलवे जंक्शन पर ज़ोरदार इस्तकबाल होगा और स्टेशन से पैदल चलकर जुलूस बनाकर दरगाह पर आयेंगे।
मीटिंग में इंतिखाब सकलैनी, मुर्तुज़ा सकलैनी, मुनीफ सकलैनी, मुंतासिब सकलैनी, इंतज़ार हुसैन सकलैनी, लतीफ सकलैनी, मुख्तार सकलैनी, आफताब आलम सकलैनी, मन्ना सकलैनी, अबरार हुसैन सकलैनी, मोहसिन सकलैनी, रिज़वान सकलैनी, आदिल सकलैनी, इमरान सकलैनी आदि मौजूद रहे।

fazal

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