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सिकंदराराऊ : सत्संग व कथा के माध्यम से ही मनुष्य भगवान की शरण में पहुंचता है अन्यथा वह मोह माया के चक्कर में पड़ कर जीवन भर भटकता रहता है। इसलिए समय निकालकर भगवन नाम का श्रवण अवश्य करना चाहिए। साथ ही बच्चों को संस्कारवान बनाकर सत्संग व कथा के लिए प्रेरित करना चाहिए।
उक्त बातें बाजीदपुर में चल रही श्री राम कथा के सप्तम दिवस की कथा में प्रवचन करते हुए आचार्य ब्रजेश पाठक ने कही। इस मौके पर आईपीएस आदित्य वर्मा ने कथा व्यास का तिलक लगाकर कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
कथा व्यास ने कहा कि कलयुग में पावन हृदय से प्रभुनाम स्मरण मात्र करने पर करोड़ों पुण्य का फल प्राप्त हो जाता है। इस कथा को सुनने के लिए देवी-देवता भी तरसते हैं। सौभाग्यशाली मानव को ही इस कथा के श्रवण का लाभ प्राप्त होता है। श्री राम कथा के श्रवण मात्र से ही प्राणी का कल्याण संभव है।
इस दौरान आईपीएस आदित्य वर्मा का आयोजकों ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
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