हाथरस : विकास खण्ड सासनी के अन्तर्गत गांव शेखूपुर अजीत में कृषि विज्ञान केन्द्र, हाथरस द्वारा श्री अन्न(मोटे अनाज ) आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन ग्राम पंचायत भवन में किया गया। कार्यक्रम की आयोजक केंद्र की महिला वैज्ञानिक (गृह विज्ञान ) डॉ पुष्पा देवी ने महिलाओं को श्री अन्न से सबंधित व्यंजनों को अपनी थाली में ज्यादा से ज्यादा शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया । साथ यह भी बताया कि मोटे अनाज से निर्मित व्यंजनों का सेवन करने से पाचन क्रिया ठीक रहती है और इनमें पाए जाने वाले पोषक तत्व जैसे कैल्शियम और आयरन आदि का समावेश हो जाने के कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। मोटे अनाज का समावेश थाली से हटने के कारण बच्चे, बड़े और बुजुर्ग व्यक्तियों वा ग्रामीण महिलाओं में आए दिन पोषक तत्वों की कमी के कारण स्वास्थ्य संबंधी कमियां और बीमारियां अपना स्थान बना रही ।
केंद्र के कृषि अभियंत्रण के वैज्ञानिक डॉ कमल कांत ने कार्यक्रम में आई ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करने के साथ बताया कि हमारे जनपद हाथरस में बाजरा दो मौसम में किया जाता है जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है l श्री अन्न की फसलों के फायदे के बारे में बताने के साथ यह भी बताया कि कम लागत और कम पानी में भी मोटे अनाजों का उत्पादन किया जा सकता है l मोटे अनाज की फसलें वातावरण को शुद्ध रखती हैं क्योंकि इन फसलों को बहुत ज्यादा उर्वरकों की आवश्यकता नहीं होती है।

इन्हें जैविक विधि से उगाया जा सकता है जो पेस्टीसाइड वाली फसलों की तुलना में जन- जीवन को सुरक्षित रखने में सहायक होती है l कृषि विभाग के कर्मचारी श्यामवीर सिंह ने विभाग संबंधी योजनाओं की जानकारी देने के साथ कृषि विभाग द्वारा प्रकाशित अन्न व्यंजन की किताब के बारे में अवगत कराया। कार्यक्रम में स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती रिंकी कुमारी एव ग्राम प्रधान श्रीमती ममता कुमारी और प्रतियोगिता में विजेता कुमारी रेखा को प्रथम पुरस्कार, श्रीमती तरुण कुमारी को दितीय पुरस्कार , कोमल कुमारी को तृतीय पुरस्कार एवं डॉली कुमारी और अनीता कुमारी को सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है।

INPUT – VINAY CHATURVEDI
यह भी देखें :-