Visitors have accessed this post 336 times.

आगरा के मिठाई व्यापारियों की उत्तराखंड की तर्ज पर इस हफ्ते के मिनी लॉकडाउन में रक्षाबंधन के त्यौहार पर प्रशासन से छूट की मांग की.हिंदुओं का प्रमुख त्‍योहार रक्षाबंधन अब करीब है और शासन की ओर से त्‍योहार को लेकर अभी तक कोई दिशा-निर्देश नहीं आए हैं। यह त्‍योहार सोमवार को पड़ रहा है। जबकि शनिवार और रविवार को प्रदेश में वीकली लॉकडाउन चल रहा है। चूंकि रक्षाबंधन पर मिठाई के रूप में घेवर का आदान-प्रदान होता है और इसे ज्‍यादा दिन तक नहीं रखा जा सकता, इसलिए विशेष परिस्थितियों को देखते हुए मिठाई की दुकानों को खोले जाने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए।

इधर उत्‍तराखंड सरकार ने त्‍योहार को देखते हुए इस सप्‍ताह शनिवार और रविवार के लॉकडाउन से छूट प्रदान की है, इसके बाद आगरा से भी शासन-प्रशासन से यही मांग की जा रही है।

फेडरेशन आफ आल इंडिया व्‍यापार मंडल के मिष्ठान प्रकोष्ठ के चेयरमैन शिशिर भगत ने कहा है कि रक्षाबंधन दोपहर दो बजे तक का त्योहार है, अगर सोमवार सुबह बारिश होती है तो ग्राहकों को सीमित समय में मिठाई खरीदने में दिक्कतें आयेंगी। चूंकि घेवर सहित अनेक मिठाइयों की मियाद दो दिन से ज्यादा लम्बी नहीं होती, लिहाजा उनको तीन दिन पहले खरीद कर नहीं रखा जा सकता।

बारिश के चलते अगर मिष्ठान विक्रेताओं की बिक्री नहीं होती है तो उन्‍हें भारी नुक़सान वहन करना पड़ेगा। गली मौहल्लों के छोटे छोटे दुकानदार जो आत्मनिर्भर और स्वरोजगार की श्रणी में आते हैं, पूरी तरह से बर्बाद हो जायेंगे। लॉकडाउन के समय पहले ही मिठाई कारोबारियों ने बहुत नुक़सान उठाया है।

शिशिर भगत ने शासन से मांग की है कि जनसमुदाय की सुविधा और मिठाई कारोबारियों की परेशानियों को देखते हुये रविवार को मिठाई की दुकानें खोलने की अनुमति प्रदान की जाए। जब मदिरा की दुकानें शनिवार और रविवार को खुल रही हैं तो त्‍योहार के मद्देनजर एक सप्‍ताह के लिए मिठाई की दुकानें खोलकर नागरिकों को राहत दी जाए।

सभी मिष्‍ठान विक्रेता इस बात के लिए आश्‍वस्‍त करते हैं कि कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए सभी जरूरी उपाय करते हुए और सोशल डिस्‍टेसिंग का पूर्ण पालन दुकानों पर किया जाएगा।

INPUT – Mahipal singh