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दर्शको आपको बता दे की किताबों से अच्छा आपका कोई दोस्त नहीं होता। पढ़ने की यही आदत न केवल आपको बेहतर इंसान बनाती है बल्कि जीवन की तमाम चुनौतियों से निपटने में मदद करती है। 23 अप्रैल को वर्ल्ड बुक डे के तौर पर मनाया जाता है। इसे वर्ल्ड बुक डे और कॉपीराइट डे भी कहा जाता है।हम स्टूडेंट्स के लिए कुछ ऐसी किताबें लेकर आए हैं, जो उनके करियर के लिहाज से बेहद अच्छी हैं। स्टूडेंट्स को करियर में सफलता पाने के लिए ये 10 किताबें जरूर पढ़नी चाहिए

1.गोदान

प्रेमचंद का उपन्यास हिंदी साहित्य की सबसे चर्चित किताबों में से एक है। कहा जाता है कि अपनी आखिरी किताब में प्रेमचंद अपने आदर्शवाद को छोड़ देते हैं उनकी किताबों में जो आदर्श किसान रहता था, वह गोदान में मर जाता है। इसी के साथ-साथ होरी के लड़के गोबर के शहर चले जाने को भी गांवो से शहरों की तरफ होने वाले पलायन के तौर पर देखा गया है। गोदान को पढ़कर हम देख सकते हैं कि 1936 से अभी तक हमारे किसान कितने बदले और गांवो की दशा में क्या बात आए।

2.मैला आँचल

फणीश्वर नाथ रेणु का यह उपन्यास ग्रामीण भारत की एक ऐसी तस्वीर पेश करता है, जिसके आंचल में कई कंपन छिपे हैं। मैला आंचल में बिहार के पूर्णिया के मायगंज में प्रैक्टिस करने आए डॉ के बहाने समाज की कई बुराइयों और खत्म होते गांधी के आदर्श समाज की तस्वीर दिखाई गई है।

3.सूरज का सातवाँ घोड़ा

धर्मवीर भारती की सूरज का सातवां घोड़ा में माणिक मुल्ला नाम का सूत्रधार सात कहानियों सुनाता है। अंत में आपकी समझ में आता है दरअसल जो अलग-अलग कहानियों आपने सुना है वह वास्तव में एक ही कहानी थी

4.शेखर एक जीवनी

सच्चिदानंद हीरानंद वात्सायन अज्ञेय के दो भागों में लिखे गए इस उपन्यास में इन्सान के मनोविज्ञान पर बचपन से पड़ने वाले असर को बहुत अच्छे ढंग से दिखाया गया है। शेखर एक जीवनी उन किताबों में जिनको पढ़ते समय आपको पेंसिल के साथ बैठना चाहिए ताकि अंडरलाइन कर सकें।

5.कितना पाकिस्तान

कितने पाकिस्तान को उपन्यास की श्रेणी में रख दिया जाता है। भारत पाक बंटवारे और हिंदू मुस्लिम संबंधों पर लिखी गई इस किताब को विश्व इतिहास के एक खाते की तरह पढ़ा जाना चाहिए जिसमें। गिलगमेश, वनंदू, अशोक, बब्बर, औरंगज़ेब से लेकर अशोक सिंघल, गांधी, जिन्ना और इतिहास के ढेर सारे खलनायक और समय समय की अदालत में पेश होते हैं। कमलेश्वर की लिखी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत यह पुस्तक पढ़ने-लिखने वालों को अपने कलेक्शन में रखनी चाहिए।

6.आधा गाँव

राही मासूम रज़ा का एक परिचय यह भी है कि उन्होंने बीआर चोपड़ा की महाभारत का स्क्रीनप्ले और डायलॉग लिखे थे। रज़ा साहब का मापरा इससे बहुत बड़ा है। उनके आधे गांव और टोपी शुक्ला न सिर्फ किस्सागोई के लिहाज से शानदार हैं। इनको एक से ज्यादा बार पढ़ा जाना चाहिए, उनके अदंर छिपे हुए निहितार्थ समझने के लिए।

7.बाण भट्ट की आत्मकथा

महाराज हर्ष के कालखंड की इस कहानी को पढ़कर से सेल्फ की खोज करने वाली येननी वाली फील आएगी। इसके साथ-साथ यदि आप अपना हिंदी लेखन और बोलने में शुद्धता और एक बेहतर स्ट्रक्चर लाना चाहते हैं तो ये पुस्तक आपकी मददगार साबित होगी। इसी तरह की एक और पुस्तक आचार्य चतुरसेन की लिखी वैशाली की नगरवधु है।

8.आषाढ़ का एक दिन

मोहन राकेश नई कहानी के आधार रहे हैं। उनका नाटक आषाढ़ का एक दिन एक सांस में पढ़ी जाने वाली किताबों में से एक है। मोहन राकेश के नाटक का नायक कालिदास अपने से पहले के आदर्श नायकों जैसा नहीं है। उसके अंदर वहाँ कमज़ोरियां हैं, जो प्रेम में पड़ने पर हम-आप जैसे सामान्य लोगों में होते हैं।

9.तमस

भीम साहनी का तमस बताता है कि भारत के विभाजन के समय किस तरह से योजनाबद्ध तरीके से हिंसा फैलाई गई। स्थापना को लेकर कई लेखों में कहानियां लिखी हैं, लेकिन तमस को पढ़कर आपको बिना कुछ कुछ नया करने को मिलेगा।

10.एक साहित्यिक की डाय

मुक्ति बोध की पहचान एक कवि के तौर पर है। उनकी ये किताब इस महाकवि के दूसरे पक्ष को दिखाती है। यहाँ शीर्षक में दी शब्द से यह मत समझिएगा कि ये उनकी सिलसिलेवार लिखी गई दी का उद्धरण होगा।

input : sapna sexena

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