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वाह्य न्यायालय सादाबाद हाथरस में संविधान दिवस मनाया गया।

न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री गौरव दीप सिंह और सिविल जज श्री अमृतांशु राज जी के द्वारा अधिवक्ताओं ,कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों और अन्य उपस्थित जनमानस को संविधान की प्रस्तावना के अंगीकरण की शपथ दिलाई गई। तत्पश्चात मिष्ठान वितरण किया गया।

इस अवसर पर न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री गौरव दीप सिंह जी ने संविधान और उसके महत्व पर व्यापक प्रकाश डाला। और कहा कि संविधान दिवस भारत के संविधान के महत्व को समझाने के लिए प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर के दिन मनाया जाता है. जिसमें लोगो को यह समझाया जाता है कि आखिर कैसे हमारा संविधान हमारे देश के तरक्की के लिए महत्वपूर्ण है तथा डॉ अंबेडकर को हमारे देश के संविधान निर्माण में किन-किन कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा.

सिविल जज श्री अमृतांशु राज जी ने कहा कि संविधान दिवस पर हमें अपने अंदर ज्ञान का दीपक प्रज्जवलित करने की आवश्यकता है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां हमारे देश के संविधान के महत्व को समझ सके, जिससे की वह इसका सम्मान तथा पालन करें.

न्यायिक कर्मी समाजसेवी संदीप पाठक ने कहा कि संविधान दिवस हमें वर्तमान से जोड़ने का कार्य करता है, जब लोग जनतंत्र का महत्व दिन-प्रतिदिन भूलते जा रहे है. यही वह तरीका जिसे अपनाकर हम अपने देश के संविधान निर्माताओं को सच्ची श्रद्धांजलि प्रदान कर सकते है और लोगो में उनके विचारों का प्रचार-प्रसार कर सकते है.।

इस अवसर पर बार अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र पराशर सचिव श्री अनिल दीक्षित , अधिवक्ता श्री रामदास जी ने भी अपने विचार व्यक्त किए । इस अवसर पर न्यायिक कर्मी संजय शर्मा, प्रेमचंद, वेद प्रकाश, प्रदीप,रामनिवास,सुनील,शिवशंकर, लक्ष्मण ,अतरेंद्र अधिवक्ता ललित चौधरी, ,कृष्णकांत चतुर्वेदी ,दीपक दीक्षित, अंबरीश आदि उपस्थित रहे ।