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के एल जैन इंटर कालेज द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा होने की शिकायत को डीएम प्रवीन कुमार लक्षकार ने गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार और नायब तहसीलदार श्रीमती निधि भारद्वाज, रामगोपाल यादव को निर्देशित कर जमीन को कब्जा मुक्त करने भेजा जहां तहसीलदार ने जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए सील कर दिया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार के एल जैन इंटर कालेज द्वारा प्रयोग में की जा रही कृषि भूमि के बारे में डीएम को लोगों ने शिकायत की कि जमीन पर अवैध रूप से के एल जैन करीब 100 वर्ष से कब्जा किया हुआ है, और के एल जैन इंटर कालेज द्वारा इस जमीन पर कृषि कार्र किया जा रहा था। तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर जगह को कब्जामुक्त कराने के लिए सील कर दिया गया है।
शिक्षकों से हुई नोंक झोंक
के एल जैन इंटर कालेज पडाव नाम से जानने वाली जगह पर जब तहसीलदार और नायब तहसीलदार कब्जा लेने पहुंचे तो वहां मौजूद प्रधानाचार्य डा0 दीपक जैन और अन्य शिक्षकों की तहसीलदार से नोंक झोंक हो गई। शिक्षकों और प्रधानाचार्य का आरोप था कि वर्षो से यहां छात्रों को कृषि विषय पर प्रयोग एवं श्रमदान जैसा कार्र कराकर परीक्षाओं में अंक दिए जाते रहे है।
तहसीलदार निधि भारद्वाज ने बताया कि सरकारी जमीन पर करीब सौ वर्षो से कब्जा था। जिसके लिए डीएम के पास प्रार्थनापत्र आया था। जिसे लेकर डीएम ने कार्रवाई के तहत जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए आदेश दिया। उनके आदेशानुसार जमनी को सील कर अपनी रिपोर्ट डीएम कार्रालय भेज दी गई है।
वहीं प्रधानाचार्य डा. दीपक जैन ने बताया कि विद्यालय की जमीन को गलत रूप से तहसीलदार द्वारा सील किया है। उन्हें इस बावत कोई भी नोटिस या आदेश पूर्व में नहीं दिया गया। यह बच्चों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड है।

INPUT – Avid Hussain