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सिकंदराराऊ : कोतवाली क्षेत्र के गांव बसई बावस में चल रही चकबंदी प्रक्रिया में सहायक चकबंदी अधिकारी द्वारा अनियमितता बरते जाने के विरोध में कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को स्थानीय किसानों ने भारतीय किसान यूनियन भानू के जिला सोशल मीडिया प्रभारी संजय कुमार जाटव के नेतृत्व में जिला अधिकारी रमेश रंजन को एक ज्ञापन सौंपा तथा नए सिरे से चक निर्माण कराए जाने की मांग की। इससे पहले अपर जिलाधिकारी बसंत लाल ने कलेक्ट्रेट में पहुंचे ग्रामीणों से वार्ता की।
ज्ञापन में कहा गया है कि ग्राम पंचायत बसई बावस थाना व तहसील सिकंदराराऊ में चकबंदी प्रक्रिया चल रही है। जिसके तहत सहायक चकबंदी अधिकारी ने चकों का निर्माण गलत तरीके से कर दिया है तथा आकार पत्र 23 भाग 1 का वितरण साजिशन टुकड़ों में धीरे-धीरे किया जा रहा है और पुरानी तारीख लिख दी गई है। आज तक गांव में पूरे पर्चे नहीं बांटे गए हैं । ग्राम पंचायत के चकबंदी में खेतों की कीमत खेतों की मेड़ों पर जाकर नहीं लगाई गई है। पक्षपातपूर्ण तरीके से दलालों के कहने के अनुसार पैसे लेकर मनमाने ढंग से कीमत लगाई गई है। काफी लोगों को नुकसान हुआ है तथा कुछ लोगों को फायदा पहुंचाया है। जिससे किसानों में रोष व्याप्त है। कीमत लगाने के बाद गांव के सभी गरीब किसानों से बैठकर न सलाह मशवरा किया गया और ना ही किसानों के चक काटने के लिए रुकबंदी ली गई और गांव माजरा एवं कार्यालय में न बैठकर अलग प्राइवेट जगह एवं अपने निजी आवास पर बैठकर दलालों व ठेकेदारों के माध्यम से चको का निर्माण किया गया है। गांव और मजरा में ज्यादातर गरीब ,अनुसूचित जाति एवं पिछड़ी जाति के लोग रहते हैं। धन न देने की वजह से उनके खराब अनियमित और उड़ान चक बना दिए गए हैं। इस कारण अधिकतर किसान आमरण अनशन करने के पर आमादा हैं । सहायक चकबंदी अधिकारी जयपाल सिंह सेवानिवृत्ति के नजदीक थे और 30 सितंबर 2022 को सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं । सेवानिवृत्त के नजदीक अधिकारी को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने जल्दी-जल्दी उल्टे सीधे चकबंदी करके आकार पत्र 23 भाग 1 बना दिया । सहायक चकबंदी अधिकारी ने गांव के चकबंदी कमेटी के अध्यक्ष ग्राम प्रधान एवं अन्य सदस्य गणों से किसी को मीटिंग में नहीं बुलाया और न ही उनसे हस्ताक्षर कराए। फर्जी हस्ताक्षर करा कर उन्होंने चकबंदी प्रक्रिया पूर्ण कर ली। गांव माजरा में परिक्रमा मार्ग , युवक मंगल दल, पंचायत घर , श्मशान , पशु चिकित्सालय , हरिजन आबादी, वृक्षारोपण, आंगनवाड़ी केंद्र एवं स्कूलों आदि के लिए नियमानुसार एवं उचित रूप से भूमि आरक्षित नहीं की गई है । चौकोर चक नहीं बनाए गए हैं। छोटे-छोटे किसानों के दो चक बना दिए गए हैं। सेक्टर रोड , नाली एवं चक मार्ग मौका मुआयना कर सुविधाजनक तरीके से नहीं बनाए गए हैं। बाहर भूमि का चकबंदी के कारण सही बटवारा नहीं हुआ है ।18 बाहर चकबंदी भूमि पर कुछ काश्तकारों का कब्जा है और जिस जमीन पर सभी शामिल हो गए हैं। यह झगड़े की जड़ हमेशा के लिए है । इस कार्रवाई को लेकर पूरे गांव में रोष व्याप्त है। किसान खासे परेशान हैं और अनशन करने पर आमादा हैं। अतः ग्रामीणों के प्रार्थना पत्र पर सहानुभूति पूर्वक विचार करके उक्त हालातों को मद्देनजर रखते हुए चक निर्माण प्रक्रिया को 31 अक्टूबर से पूर्व निरस्त करके अग्रिम कार्रवाई की जाए। अन्यथा समस्त किसान 1 नवंबर से भूख हड़ताल का अनशन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन भानु के जिला अध्यक्ष ठाकुर राम जादौन, संजय कुमार जाटव, जिला पंचायत सदस्य मनोज बघेल, लाखन सिंह बघेल, ग्राम प्रधान हेमलता , सचिन कुमार, अमन, अनोखेलाल, अनिल कुमार , प्रवेश कुमार, मुकेश कुमार , नरेश कुमार, अमरपाल सिंह, बनवारी लाल , राजवीर सिंह, बलवीर सिंह, मूलचंद, वीरी सिंह, सोनम, रतन सिंह , सुखबीर, सुनील ,राहुल, भूपेंद्र कुमार, अरुण, हरेंद्र, पातीराम सिंह, प्रताप सिंह, किताब सिंह, मुन्ना लाल, विजेंद्र सिंह ,कोमल सिंह ,नक्शे, शैतान सिंह, सोनी, ओमप्रकाश ,महेश चंद्र, विजेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।

vinay

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