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हाथरस। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा मधुकर निकेतन पर ध्वजारोहण किया गया वहीँ ज्ञानदायनी माँ सरस्वती के उत्सव बसन्त पंचमी पर हवन यज्ञ कर खीर के प्रसाद का वितरण किया गया। मुख्य अतिथि वित्तीय लेखाकार सुमित अग्रवाल रहे।

गणतंत्र दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुये मुख्य वक्ता सह प्रान्त प्रचारक धर्मेंद्र ने उपस्थित जनों को शुभकामनाएं देते हुये कहा कि 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू होने के साथ ही भारत को पूर्ण गणराज्य घोषित किया गया था। यही वजह है कि हर साल इस खास दिन की याद में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। साल 1947 में भारत को मिली आजादी के बाद इसे लोकतांत्रिक बनाने के मकसद से देश का संविधान बनाना शूरू किया गया। 2 साल 11 महीने और 18 दिन में बनकर तैयार हुए भारत के संविधान को 26 नवंबर, 1949 में देश की संविधान सभा ने स्वीकार किया। इसके बाद अगले ही साल 26 जनवरी, 1950 को पूरे देश में यह संविधान लागू किया गया था।
उन्होंने कहा कि देश के अमर शहीद वीर पुत्रों ने अपना बलिदान देकर देश को अंग्रेजों की गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराया। उन्होंने कहा कि हम सभी भारत माता के पुत्र है तो यह जात पात,भेदभाव क्यों? उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र विरोधियों द्वारा हिन्दू समाज को तोड़ने का कुचक्र है। इसलिये हमें जात पात,भेदभाव ,ऊंच नीच को समाप्त कर एक होकर शक्तिशाली बनना है और इस देश को ऊँन्नति राष्ट्र बनाकर विश्वगुरू बनाना है। उन्होंने ज्ञानदायनी माँ सरस्वती के अवतरण दिवस बसंत पंचमी के महत्व को भी बताया।
इस अवसर पर वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ हवन यज्ञ किया गया एवँ खीर प्रसादी का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर जिला प्रचारक मुनेन्द्र ,नगर प्रचारक अनमोल ,सासनी नगर प्रचारक पंकज ,जिला सह संघचालक डॉ यू एस गौड़ ,नगर संघचालक दुर्गेश गुप्ता ,जिला प्रचार प्रमुख आशीष सेंगर ,नगर कार्यवाह भानु ,सह नगर कार्यवाह टिंकू राना, सुभम एलानी , सक्षम पाठक आदि मौजूद रहे।