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सिकंदराराऊ : मंडी गांधी गंज स्थित भोले बाबा के मंदिर पर भाजपा महिला मोर्चा द्वारा धूमधाम के साथ नवसंवत मनाया गया। इस अवसर पर घी के दिए जलाए गए तथा सभी महिलाओं ने एक दूसरे को नव संवत्सर की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
वक्ताओं ने कहा कि नवसंवत भारतीय संस्कृति का पर्याय है। भारतीय संस्कृति में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा सर्वाधिक महत्वपूर्ण तिथि है। ब्रह्मपुराण में उल्लेख है कि प्रतिपदा तिथि को ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना कर मानव की उत्पत्ति की थी। महान गणितज्ञ भास्कराचार्य ने इसी शुभ तिथि को सूर्योदय से सूर्यास्त तक दिन, महीना और वर्ष की गणना करते हुए प्रथम भारतीय पंचांग की रचना की थी। जहां एक ओर दुनिया के अन्य देशों में नया साल मनाने का आधार किसी व्यक्ति, घटना व स्थान से जुड़ा है, वहीं हमारा भारतीय नववर्ष ब्रह्मांड के अनादि तत्वों से जुड़ा है। ग्रह-नक्षत्रों की गति पर आधारित हमारा नववर्ष सबसे अनूठा और सर्वाधिक वैज्ञानिक है। भारतीय ज्योतिष के महान विद्वानों ने वैदिक युग में बता दिया था कि किस दिन और किस समय से सूर्यग्रहण होगा। यह कालगणना युगों बाद भी पूरी तरह सटीक साबित हो रही है। यह इतनी सामंजस्यपूर्ण है कि तिथि वृद्धि, तिथि क्षय, अधिक मास, क्षय मास व्यवधान उत्पन्न नहीं कर पाते, तिथि घटे या बढ़े, लेकिन सूर्यग्रहण सदैव अमावस्या को होगा और चन्द्रग्रहण सदैव पूर्णिमा को ही।
इस अवसर पर कमलेश शर्मा, मीरा माहेश्वरी, आरती त्रिवेदी, राधा गुप्ता, यशोदा वार्ष्णेय, शशि वाला वार्ष्णेय, सुशीला चौहान, संतोष पौरुष, मीना माहेश्वरी, नीलम माहेश्वरी, पिंकी गुप्ता, रमा गर्ग, रेनू गर्ग, माया वार्ष्णेय, मंजू गुप्ता, वर्षा अग्रवाल, नीलम वार्ष्णेय, विमलेश माहेश्वरी, वीना वार्ष्णेय, शशि वार्ष्णेय, सुनीता वार्ष्णेय,चारू वार्ष्णेय, वर्षा अग्रवाल, रेखा वार्ष्णेय, श्वेता वार्ष्णेय, अंशु वार्ष्णेय, पूनम गर्ग आदि महिलाएं मौजूद रहीं।

vinay

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