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बालों को लेकर लोग काफी सजग रहते हैं। कमजोर व पतले बालों के अलावा उनका सफेद होना, झडऩा और बालों में रूसी की समस्या अकसर लोगों को परेशान करती है। यही नहीं, इन समस्याओं के बारे में सलाह देने वाले लोगों की भी कोई कमी नहीं है। हर किसी के पास कोई न कोई नुस्खा तो होता ही है। ऐसी स्थिति में कई बार लोग गलत तरीके से अपने बालों का खयाल रखने लगते हैं। यदि आप बालों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो किसी भी उपाय को अपनाने से पहले उनसे जुड़े मिथकों को जान लें।

 

भ्रम : न तोड़ें सफेद बाल

सच्चाई : दादी-नानी अकसर कहा करती थीं कि सफेद बाल नहीं तोडऩे चाहिए क्योंकि इससे अन्य बाल भी सफेद होने लगते हैं। इस बात की शुरुआत इस तरह हुई होगी कि लोगों ने एक सफेद बाल तोड़ा होगा और उसके बाद उन्हें और सफेद बाल दिखे होंगे। इसका यह मतलब भी नहीं कि सफेद बाल तोड़ते रहें क्योंकि ऐसा करने से बाल कमजोर हो जाएंगे और फिर उगना बंद हो जाएंगे। बालों की सफेदी के पीछे मेलनिन एक कारक है। मेलनिन तत्व काले रंग को बनाए रखने का काम करता है और इसके खत्म होने या कम हो जाने से बाल सफेद हो जाते हैं। इसके साथ ही बालों के असमय सफेद होने के पीछे आनुवंशिक कारण भी हो सकते हैं।

भ्रम : ज़्यादा शैंपू यानी हेयरफॉल

सच्चाई : आपने अकसर लोगों से यह सुना होगा कि बालों को ज्य़ादा शैंपू नहींकरना चाहिए। इसका मतलब है- ज्य़ादा हेयरफॉल लेकिन इसमें जरा भी सच्चाई नहीं है। बालों के टूटने के पीछे शैंपू को जिम्मेदार नहीं माना जा सकता। ऐसा सोचने की वजह यह है कि गिरे हुए बाल सबसे ज़्यादा बाथरूम में नंजर आते हैं, इसलिए हम सोचते हैं कि शैंपू करने से ही बाल गिरते हैं। सच्चाई यह है कि खानपान और जलवायु के अलावा धूल-मिट्टी भी बालों के लिए नुकसानदेह है। रोज बाहर जाने वाले लोगों को रोजाना शैंपू करने की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए किसी माइल्ड शैंपू का इस्तेमाल करें। शैंपू अगर बालों की क्वॉलिटी और टेक्सचर के हिसाब से सही नहीं है तो वह नुकसानदेह हो सकता है।

भ्रम : ज़्यादा ऑयलिंग से बचें

सच्चाई : तेल का बालों के स्वास्थ्य या उनकी ग्रोथ से कोई लेना-देना नहीं है। तेल सिर्फ बालों को बाहरी तौर पर मुलायम और स्कैल्प की नमी बनाए रखता है। इसलिए एक रात पहले या सिर्फ 20 मिनट पहले तेल लगाना भी काफी है। इसके विपरीत ज्य़ादा समय तक बालों में तेल लगा कर रखने से बाल नरम हो जाते हैं और टूटने लगते हैं।

भ्रम : ऑयली स्कैल्प पर तेल नहीं

सच्चाई : इस बात में भी सच्चाई नहीं है कि अगर स्कैल्प ऑयली है तो तेल लगाने की जरूरत नहीं है। बाल चाहे जैसे हों, उन्हें डीप कंडीशनिंग और हाइड्रेटिंग की पड़ती ही है। बालों की ऑयलिंग बेहद जरूरी है। शैंपू करते वक्त सारा अतिरिक्त तेल निकल जाता है। अगर बाल ऑयली हैं तो उनके लिए खासतौर पर इस प्रकार के बालों के लिए बने तेल का इस्तेमाल करें।

भ्रम : स्प्लिट एंड्स रिपेयर प्रोडक्ट्स

सच्चाई : ऐसे ब्रैंड्स पर बिलकुल विश्वास न करें जो अपने प्रोडक्ट्स से स्प्लिट एंड्स ठीक करने का दावा करते हैं। कोई भी चीज स्प्लिट एंड्स को ठीक नहीं कर सकती है। जिस तरह आप टूटे हुए अंडे को जोड़ नहीं सकते, वैसे ही दोमुंहे बालों को भी ठीक नहीं किया जा सकता है। इसलिए महंगे प्रोडक्ट्स भी इन्हें नहीं बचा सकते हैं। बार-बार कलर करना, बालों के लिए स्ट्रेटनिंग मशीन का इस्तेमाल करने से भी कई बार स्प्लिट एंड्स की समस्या पैदा हो सकती है। इसके लिए डॉक्टर से परामर्श करें और विटमिन सप्लीमेंट्स लें।

भ्रम : ड्राई स्कैल्प से डैंड्रफ होता है

सच्चाई : हम आमतौर पर ड्राई स्कैल्प को डैंड्रफ से जोड़कर देखते हैं, जोकि सही नहीं है। सच तो यह है कि ऑयली स्कैल्प पर डैंड्रफ की गुंजाइश ज़्यादा होती है।

Input : soniya

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