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सहपऊ : क्षेत्र व कस्बे मे कोविड 19 महामारी के दृष्टिगत कोतवाली परिसर, सरकारी कार्यालयों ,सार्वजनिक स्थलो, बगीची व फार्म हाउस आदि पर लोगो ने डिजिटल, वर्चुअल,इलैक्ट्रॉनिक माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2021 पर योगा कर स्वस्थ रहने का संकल्प लेकर जनता को जागरूक कर संदेश दिया। कोतवाली सहपऊ प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार के नेतृत्व में अधीनस्थ पुलिस अधिकारी व कर्मियों ने 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगा किया। योग दिवस के मौके पर प्रभारी कोतवाल ने सभी कर्मियों को प्रति दिन योगा करने के लिए प्रेरित करते हुए उसे होने वाले स्वास्थ्य लाभ पर विस्तृत चर्चा की वही सहपऊ में राष्ट्रीय विकास संगठन के तत्वाधान में बौ.दखल सिंह शर्मा मुकदम की बगीची पर 2021 अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम प्रदेश मंत्री गजेन्द्र कुमार वर्मा के नेतृत्व में आयोजित हुआ जिसका संचालन प्रदेश प्रिन्ट मीडिया प्रभारी राष्ट्रीय विकास संगठन उत्तर प्रदेश व वरिष्ठ पत्रकार रजत उपाध्याय ने करते हुए अपने सम्बोधन में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के बारे विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि देश और दुनिया में हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है.हर साल बड़े पैमाने पर इसको लेकर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. हालांकि कोरोना महामारी के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी इसे ज्यादा से ज्यादा डिजिटल,वर्चुअल व इलेक्ट्रॉनिक मंचों के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए मनाने संकल्प लिया गया हैं। जिससे लोगों में योग के प्रति जागरूकता बनी रहे ,और उनका स्वास्थ्य ठीक व निरोगीकाय रहे। इस दिन के खास महत्व समझने के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस क्यों और कब से मनाया जाता है. आज हम आपको योग और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दोनों के बारे में बताने जा रहे हैं.
मानव सभ्यता की शुरुआत से है योग
मान्यता के अनुसार मानव सभ्यता की शुरुआत से ही योग किया जा रहा है. योग के विज्ञान की उत्पत्ति हजारों साल पहले धर्मों या आस्था के जन्म लेने से भी काफी पहले हो गई थी. योग विद्या के अनुसार शिव को पहले योगी या आदि योगी तथा पहले गुरू या आदि गुरू के रूप में माना जाता है. योग एक संस्कृत शब्द है. ऋग्वेद में की गई इसकी व्याख्या के अनुसार योग एक ऐसी शक्ति है जिससे हम अपने मन, मस्तिष्क और शरीर को एक सूत्र में पिरो सकते हैं .
21 जून को इस वजह से मनाते हैं योग दिवस
बता दें कि, 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी. इसके बाद साल 2015 से इस दिन को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा. 21 जून साल का सबसे लंबा दिन होता है और धरती पर सूर्य सबसे ज्यादा समय तक रहता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाने के पीछे ये बड़ा कारण है. इसके अलावा भारत में 21 जून ग्रीष्मकालीन संक्रांति का दिन भी होता है. भारत मे प्रथम बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस साल 2015 में मनाया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग दिवस मनाने की घोषणा की थी।
हर साल होती है एक नई थीम
हर साल एक नई थीम पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन होता है. साल 2015 में इसकी थीम ‘सद्भाव और शांति के लिए योग’ थी. वहीं साल 2016 में इसकी थीम थी ‘युवाओं को कनेक्ट करें’. इसके बाद 2017 में ‘स्वास्थ्य के लिए योग’ को इसकी थीम रखा गया था. साल 2018 में ‘शांति के लिए योग’ की थीम पर इसका आयोजन किया गया था. इसके बाद साल 2019 में योग के साथ पर्यावरण को कनेक्ट करते हुए इसकी थीम ‘पर्यावरण के लिए योग’ रखी गई थी.कोरोना महामारी के चलते पिछले साल 2020 में इसकी थीम ‘सेहत के लिए योग-घर से योग’ रखी गई थी. वहीं इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘स्वास्थ्य के लिए योग’ (योग फ़ॉर वेलनेस) है. इस दौरान हरीश तिवारी प्रवक्ता,राधारमण शर्मा, अनुपम उपाध्याय, मुकेश कुमार वर्मा, नीरज वर्मा, कृष्ण कान्त शर्मा, राकेश शर्मा,शिव नदंन शर्मा व गोविन्द साहू आदि मौजूद रहे।
input : lalit sharma