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सिकंदराराऊ : कुंवर विमल साहित्य मंच के संस्थापक अध्यक्ष प्रमोद विषधर के जन्मदिवस पर विमल बाजार स्थित प्रतिष्ठान पर आयोजित कवि गोष्ठी का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष धूप दीप प्रज्वलित कर हुआ। आयोजन की अध्यक्षता डा शरीफ अली मंत्री ने की। मुख्य अतिथि अलीगढ़ से पधारे कवि अभय सिंह अभय और खैर से पधारे भुवनेश चौहान चिंतन रहे। संचालन प्रमोद विषधर ने किया ।
प्रदीप चौहान ने कार्यक्रम को गति दी। अलीगढ़ से पधारे कवि रज्जाक नाचीज़ ने और ऊंचाई प्रदान की। हास्य कवि देवेन्द्र दीक्षित शूल, विवेकशील राघव, अवशेष विमल, राजकिशोर राज, सतेन्द्र भारद्वाज, भद्रपाल सिंह चौहान , अवनीश यादव ने काव्य पाठ कर श्रोताओं का मन मोह लिया। इस मौके पर कवियों का स्वागत किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष व सम्माननीय बुजुर्गों ने मां शारदे के चित्र पर माल्यापर्ण व उनके समक्ष द्वीप प्रज्जवलित किया । सतेन्द्र भारद्वाज की शारदे वंदना कार्यक्रम का आगाज हुआ।
समस्त कवियों को पटुका पहना कर स्वागत किया गया।
स्थानीय कवियों में अवनीश यादव,अवशेष विमल ,राजकिशोर राज, विवेक शील राघव, वरिष्ठ हास्य कवि देवेन्द्र दीक्षित शूल ने कवि व कविता के प्रोत्साहन हेतु बेहतरीन उपाय बताते हुते काव्य पाठ किया। साथ ही अलीगढ़ से पधारे रज्जाक नाचीज़ ने अपने मुक्तकों से प्रभावित किया ,अनुज प्रदीप चौहान अलीगढ़ ने समसामयिक मुक्तक व गजलों से काव्य संध्या को ऊंचाईयां प्रदान कीं।
भुवनेश चौहान चिंतन भक्ति व ओज कवि खैर ने ब्रज भाषा के छंदों व मुक्तकों से आरंभ किया। व श्रोताओं की मांग पर” मंच पर काबिज हुये हैं मसखरे”व “तिरंगा है भारत की शान ” का वाचन किया तो सदन झूम उठा ।
मुख्य अतिथि व विभिन्न विधाओं में सिद्धहस्त अभय सिंह अभय अलीगढ़ ने हास्य व्यंग्य ओज के साथ साथ मंच की मांग पर अपने चर्चित गीत नैना बाबरे सुनाकर मंच लूट लिया।
संचालन भाई प्रमोद विषधर ने किया।
कवि गोष्ठी में श्रेयश शर्मा , वैभव शर्मा , ईक्षित शर्मा, संतोष शर्मा , दुर्गेश शर्मा , महावीर सिंह यादव आदि मौजूद थे।

 

vinay

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